एक सभा को संबोधित कर रहे एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर मंगलवार रात एक शख्स ने जूता फेंक दिया. घटना दक्षिण मुंबई के नागपाड़ा इलाके की है, जहां एक रैली में आवैसी तीन तलाक के मुद्दे पर बोल रहे थे. हालांकि पुलिस ने बताया कि इस घटना में सांसद को जूता नहीं लगा. जूता फेंकने वाले की पहचान कर ली गई है और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
इस घटना पर बोलते हुए ओवैसी ने कहा कि मैं अपने लोकतांत्रिक अधिकार के लिए जान भी देने को तैयार हूं. उन्होंने कहा कि ये सभी निराश लोग हैं, जो यह नहीं देख सकते हैं कि तीन तलाक पर सरकार का फैसला जनता, खासतौर पर मुसलमानों ने स्वीकार नहीं किया है. जूता फेंकने वाले के संदर्भ में ओवैसी ने कहा कि ये उन लोगों में से हैं, जो महात्मा गांधी, गोविंद पानसरे और नरेंद्र डाभोलकर के हत्यारों की विचारधारा का अनुसरण करते हैं. लेकिन ये लोग हमें उनके खिलाफ सच बोलने से नहीं रोक सकते हैं.
इस सभा में ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस को भी घेरा. उन्होंने कहा कि सच्चाई तो यह है कि आरएसएस मुस्लिम मुक्त भारत चाहता है. तीन तलाक विधयेक से मुस्लिम महिलाओं का दर्द कम नहीं होगा, बल्कि उनकी मुश्किलें बढ़ेंगी. ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा कि लोग मुझसे पूछते हैं कि आपकी कितनी पत्नियां हैं, मैं कहता हूं, एक है और वह घर में रहती है.