नई दिल्ली, (विनीत सिंह) : एयर इंडिया के विमान में एक अफसर से बदसलूकी और चप्पल से मारने के मामले में फंसे शिवसेना सांसद रविंद्र गायकवाड़ ने एयर इंडिया और प्राइवेट एयरलाइन्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की धमकी दी है वही शिवसेना भी अब खुलकर अपने सांसद के बचाव में कूद पड़ी है। गायकवाड़ के हवाई सफर पर एयर इंडिया और प्राइवेट एयरलाइन्स की तरफ से बैन लगाने का शिवसेना ने विरोध किया है और वह इसके खिलाफ संसद में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव ला सकती है।
गायकवाड़ महाराष्ट्र के उस्मानाबाद से सांसद हैं। सांसद के समर्थन में जगह – जगह वहां लोग प्रदर्शन क्र रहे हैं. सोमवार को सुबह-सुबह उस्मानाबाद में शिवसैनिकों ने एक-एक दुकानों को बंद कराया। शहर की सारी दुकानें बंद हैं। शिवसैनिक गायकवाड़ की हवाई यात्रा पर बैन लगाने के लिए एयर इंडिया से माफी की मांग कर रहे हैं। वहीं ओमेर्गा में शिवसेना समर्थकों ने गायकवाड़ के पक्ष में बाइक रैली निकाली।
रविंद्र गायकवाड़ के व्यवहार से शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे नाखुश थे लेकिन अब उन्होंने भी सांसद के खिलाफ कोई कड़ा कदम नहीं। इस बात से यह बात साफ़ है कि उद्धव ठाकरे अपने सांसद के समर्थन में हैं.
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘पूरी तस्वीर अब साफ हो रही है और अब हम जानते हैं कि गायकवाड़ को उकसाया गया था। एयर होस्टेस ने बताया है कि एयर इंडिया के कर्मचारी आर. सुकुमार के बदसलूकी के बाद ही गायकवाड़ ने अपना आपा खोया था।
एयर होस्टेस ने कहा है कि गायकवाड़ बहुत ही विनम्र थे और एक घंटे तक एयरलाइन के वरिष्ठ अधिकारियों का धैर्य के साथ इंतजार किया था। जब उन्हें उकसाया गया तभी उन्होंने स्टाफ को पीटा। जब एयर होस्टेस ने दखल किया तो वह शांत हो गए। लिहाजा सारी गलती सिर्फ सांसद की नहीं है।’
उद्धव ने गायकवाड़ को तलब कर विवाद को लेकर सफाई मांगी थी लेकिन बाद में उन्होंने सांसद से मुलाकात रद्द कर दी। गायकवाड़ से पिछले हफ्ते हुई घटना को लेकर विस्तृत सफाई मांगी गई है।
लेकिन अभी तक उन्होंने पार्टी के सामने अपनी लिखित सफाई पेश नहीं की है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक गायकवाड़ ने पार्टी नेतृत्व तक अपना पक्ष पहुंचा दिया है। शिवसेना नेताओं ने बताया कि पार्टी का एक धड़ा चाहता था कि जब तक पुलिस जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक गायकवाड़ के खिलाफ कोई कार्रवाई न हो।
शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘गायकवाड़ पार्टी के सांसद हैं लेकिन उनके पास कोई पद नहीं है। वह सचिव या किसी यूनिट के प्रमुख नहीं हैं इसलिए हम उनसे पार्टी के पदों से इस्तीफा देने के लिए नहीं कह सकते। वह सांसद हैं और पार्टी के प्राथमिक सदस्य हैं। जब तक पुलिस जांच में वह दोषी नहीं पाए जाते तब तक हम उन्हें पार्टी से निलंबित नहीं कर सकते। इसलिए फिलहाल हम ज्यादा से ज्यादा उन्हें चेतावनी दे सकते हैं और अपने व्यवहार को लेकर सजग रहने को कह सकते हैं।’