नई दिल्ली : सरकार के नोटिस के बाद सभी शिक्षामित्रों में उथल-पुथल मच गई है. दिए गए नोटिस के लिए शिक्षामित्रों ने एक बार फिर अपना आंदोलन पूरा करने के लिए सड़कों पर उतर आये हैं. जी हां, गुरुवार को शिक्षामित्रों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना दिया। साथ ही अपनी मांग से संबंधित एक ज्ञापन प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी भेजा है.
बता दें कि शिक्षामित्र गुरुवार को आदर्श समायोजित शिक्षक/ शिक्षा मित्र वेलफेयर असोसिएशन गाजियाबाद के बैनर तले नेहरूनगर स्थित BSA ऑफिस पहुंचे और धरने पर बैठ प्रदर्शन शुरू कर दिया.
संस्था के प्रांतीय मंत्री दीपक कौशिक, दुष्यंत सिंह व जिलाध्यक्ष रिजवान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षामित्रों के सहायक अध्यापक पद पर हुए समायोजन को निरस्त कर दिया है. इससे शिक्षामित्रों का बेरोजगार हो गए है. 16 वर्षों से शिक्षण कार्य करने व बीटीसी जैसी योग्यता होने के बाद भी समायोजन निरस्त होने से उनके सामने रोजगार का कोई विकल्प नहीं रह गया है.
उत्तर प्रदेश सरकार ने 15 दिन में समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया था, मगर ऐसा नहीं किया गया. उन्होंने नया कानून लाकर प्रदेश के एक लाख सत्तर हजार शिक्षा मित्रों को सहायक शिक्षक बनाने व नया कानून बनने तक समान कार्य समान वेतन को लागू करने की मांग की.