भोपाल। हफ्ते भर पुराना हो चुका शिफा अस्पताल का दाढ़ी कांड अब तक पहले दिन की तरह अनसुलझा रखा हुआ है। वक्फ बोर्ड, अस्पताल प्रबंधन और पुलिस प्रशासन अब तक इस मामले में एक कदम भी नहीं चल पाए हैं। इस बीच गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए हनुमानगंज थाना प्रभारी से जवाब तलब कर लिया। जिस पर जवाब मिला कि मोहसिन थाने की बजाए थाने में सरेंडर करने की बात कह रहा है।
शिफा अस्पताल के कर्मचारी हाफिज अतीक की प्रबंधन से जुड़े लोगों द्वारा दाढ़ी काट दिए जाने के मामले को लेकर पीड़ित ने सोमवार को गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा से अपनी व्यथा सुनाई। उन्होंने मामले को लगातार टाले जाने और आरोपियों को बचाने को लेकर गृह मंत्री को विस्तार से बताया। जिस पर गृह मंत्री ने नाराजगी जताई है। उन्होंने हनुमानगंज थाना प्रभारी से इस बारे में बात की तो उन्होंने बताया कि मोहसिन ने अपने वकील के मार्फत एक आवेदन पेश किया है, जिसमें उन्होंने सीधे अदालत में हाजिर होने का निवेदन किया किया है। थाना प्रभारी ने गृह मंत्री को बताया है कि मंगलवार को पुलिस डायरी अदालत में पेश कर देंगे। इसके बाद मंगलवार को दोपहर बाद मोहसिन ने अदालत में पेश होकर जमानत याचिका पेश की। जिसको अदालत ने मंजूर कर लिया है।
उलेमाओं ने भी की कार्यवाही की बात
पीड़ित अतीक ने शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी, शहर मुफ्ती मोहम्मद अबुल कलाम कासमी, नायब शहर काजी अली कदर आदि से भी मुलाकात कर मामले में हस्तक्षेप करने की गुजारिश की। उलेमाओं ने उन्हें बताया कि सभी ने जिम्मेदार अधिकारियों से इस मामले में चर्चा की है। जिस पर जल्दी कार्यवाही होने का आश्वासन दिया गया है।
बोर्ड अभी देख रहा आवेदन की गंभीरता
मप्र वक्फ बोर्ड की जायदाद पर संचालित शिफा अस्पताल में हुए इस गंभीर मामले के बाद चर्चा है कि बोर्ड अस्पताल की किरायादारी खत्म करने पर विचार कर रहा है। लेकिन सोमवार को इस मामले को लेकर मिलने पहुंचे प्रतिनिधि मंडल को बोर्ड की तरफ से बेहद निराशाजनक जवाब मिला है। बोर्ड का कहना है कि शनिवार को मिले दिए गए आवेदन को बोर्ड ने तीन दिन में देखा ही नहीं है। प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया गया है कि मामले पर जल्दी ही कार्यवाही की जाएगी।
तेज हो रही कार्यवाही की मांग
शनिवार को शिफा अस्पताल में हुए तीन अलग अलग सामाजिक संस्थाओं के प्रदर्शन के दौरान आश्वासन दिया गया था कि जल्दी ही दोषी मोहसिन और उसके साथियों को सजा मिल जायेगी। इसके बाद मामला सोमवार तक टल गया था। लेकिन इस बीच न तो पुलिस ने मोहसिन को गिरफतार किया है, न अस्पताल प्रबंधन ने मोहसिन से जुड़े लोगों को कमेटी से बाहर किया है और न वक्फ बोर्ड ने इस मामले को लेकर कोई कार्यवाही की है। सभी की तरफ से चल रही टालमटोल और मामला रफा दफा करने के हालात देखने के बाद लोगों में नाराजगी बढ़ने लगी है। कहा जा रहा है कि बुधवार तक कोई कार्रवाई नहीं होती है या मोहसिन और उसके साथियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो प्रदर्शन और आंदोलन की नई रणनीति बनाई जाएगी।
मोहसिन के सोशल बाय काट की तैयारी
इस्लाम में दाढ़ी रखने के खास महत्व को देखते हुए और इसके कत्ल करने के मामले के चलते अब शहर में मोहसिन और उसके साथियों के सोशल बाय काट की मांग भी उठाई जाने लगी है। कुछ धार्मिक संगठन इस मामले को लेकर जल्दी ही ऐलान कर सकते हैं।