पंजाब नेशनल बैंक घोटाला मामले में कई महत्वपूर्ण लोगों की गिरफ्तारी हुई है. सीबीआई ने फायरस्टार इंटरनेशनल डायमंड ग्रुप के फाइनेंस अधिकारी विपुल अंबानी को गिरफ्तार कर लिया है. अधिकारियों ने इसे इस मामले की पहली बड़ी गिरफ्तारी बताया है. साथ ही इस मामले से जुड़े फायरस्टार के अर्जुन पाटील, नक्षत्र के सीएफओ कपिल खंडेलवाल, गीतांजलि के मैनेजर नीतिन शाह और कार्यपालक सहायक कविता मानकीकर को भी हिरासत में लिया गया है. इसके साथ ही सीबीआई ने पंजाब नेशनल बैंक के जनरल मैनेजर रैंक के अधिकारी राजेश जिंदल को भी गिरफ्तार किया है. जिंदल अगस्त 2009 से मई 2011 के बीच पीएनबी की ब्रेडी हाउस ब्रांच के प्रमुख थे.
कपिल खंडेलवाल की गिरफ्तारी को भी महत्वपूर्ण बताया जा रहा है. खंडेलवाल नक्षत्र समूह और गीतांजलि समूह के सीएफओ तथा शाही गीतांजलि समूह के मैनेजर हैं. अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने 11,400 करोड़ रुपये मूल्य की गारंटी मोदी तथा चोकसी को जारी किए जाने के सिलसिले में पंजाब नेशनल बैंक के एक कार्यकारी निदेशक तथा नौ अन्य अधिकारियों से पूछताछ की. अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में दर्ज प्राथमिकी में हीरा व्यापारी नीरव मोदी, उसकी पत्नी एमी, भाई निशाल और उसके रिश्तेदार मेहुल चोकसी के नाम बतौर आरोपी शामिल हैं. ये सभी लोग जनवरी के पहले हफ्ते में देश छोड़ कर जा चुके हैं.
इस मामले में आल इंडिया बैंक आफिसर्स एसोसिएशन ने मांग की है कि बैंक के बोर्ड व केंद्रीय बैंक आरबीआई की भूमिकाओं की भी जांच होनी चाहिए. एसोसिएशन की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि पीएनबी मामले में घपला इतने साल तक निर्बाध कैसे चलता रहा यह पता लगाने के लिए पीएनबी के बोर्ड व आरबीआई के स्तर पर संभावित चूकों की जांच भी होनी चाहिए.