कांग्रेस के सीनियर लीडर और राज्यसभा सांसद ऑस्कर फर्नांडिस का सोमवार को निधन हो गया। 80 साल के ऑस्कर फर्नांडिस लंबे वक्त से बीमार थे और मंगलुरु के अस्पताल में भर्ती थे। इसी साल जुलाई में उनकी ब्रेन सर्जरी हुई थी। इस सर्जरी के बाद से ही वे कोमा में थे। ऑस्कर फर्नांडिस को गांधी परिवार का बेहद करीबी माना जाता था। वे UPA सरकार में सड़क-परिवहन मंत्री भी रह चुके थे।

ऑस्कर फर्नांडिस की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के करीबियों में से एक थे। वह यूपीए सरकार में सड़क-परिवहन मंत्री रह चुके थे। फिलहाल वे राज्यसभा सांसद थे। यूपीए सरकार के दोनों कार्यकाल में मंत्री रह चुके ऑस्कर फर्नांडिस लंबे वक्त के साथ गांधी परिवार के साथ काम कर रहे थे। राजीव गांधी के वह संसदीय सचिव रह चुके हैं।

ऑस्कर फर्नांडिस का जन्म 27 मार्च 1941 को कर्नाटक के उडुप्पी में ही हुआ था। 1980 में कर्नाटक की उडप्पी लोकसभा सीट से वह सांसद चुने गए थे। उसके बाद 1996 तक यहां से लगातार जीतते आए। 1998 में कांग्रेस ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया। तब से वह बतौर राज्यसभा सांसद ही संसद के सदस्य बने हुए थे।

पीएम मोदी ने भी जताया दुख
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के निधन पर पीएमओ ने भी ट्वीट कर दुख जताया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘राज्यसभा सांसद ऑस्कर फर्नांडिस के निधन से दुखी हूं। इस दुख की घड़ी में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके परिवार और शुभचिंतकों के साथ हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।

राहुल गांधी ने बताया निजी क्षति

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ऑस्कर फर्नांडीस के निधन को निजी क्षति बताया है। उन्होंने दिवंगत नेता को एक मार्गदर्शक व परामर्शदाता के रूप में याद किया। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘मैं श्री ऑस्कर फर्नांडीस के परिवार व मित्रों के प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट करता हूं। यह मेरे लिए निजी क्षति है। वह कांग्रेस में हमारे जैसे कई लोगों के परामर्शदाता व मार्गदर्शक थे। उनकी कमी अखेरगी, उनके योगदान को याद रखा जाएगा।’

 

 

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