एससी/एसटी एक्ट के खिलाफ आज देश के कई राज्यों में सवर्णों ने भारत बंद बुलाया है. इस भारत बंद का मुख्य उद्देश्य एससी/एसटी एक्ट में करे गए संशोधन के खिलाफ विरोध करना है. भारत बंद का सबसे ज़्यादा असर एमपी और बिहार में देखा जा रहा है. राज्य सरकार ने एहतियात के तौर पर मध्य प्रदेश के जिलों में धारा 144 लागू कर दी है. इसके अलावा पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है.
वहीं बिहार में कई जिलों में लोगों ने सड़कों और नेशनल हाइवे को जाम कर दिया है और कई जगह पर तोड़-फोड़ भी मचाइ है. सवर्णों ने आरा रेलवे स्टेशन के पास लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस को रोक दिया है. इसके अलावा यूपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी भारत बंद का असर देखने को मिल रहा है. राजस्थान में भी कई स्कूल, कॉलेज और मॉल को बंद कर दिया है. बता दें कि एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में इन विरोध प्रदर्शनों के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
मध्य प्रदेश में भी भारत बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. ग्वालियर में प्रदर्शन पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है. कई जगहों पर धारा 144 लगा दी गई है.
बता दें की सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए एससी/एसटी एक्ट में तत्काल गिरफ्तारी न किए जाने के आदेश दिए थे, इसके अलावा एससी/एसटी एक्ट के तहत दर्ज होने वाले केसों में अग्रिम जमानत को भी मंजूरी दी थी. अदालत ने कहा था कि इस कानून के तहत दर्ज मामलों में तत्काल गिरफ्तारी की बजाय पुलिस को 7 दिन के भीतर जांच करनी चाहिए और फिर आगे ऐक्शन लेना चाहिए. केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला पलटते हुए एससी/एसटी एक्ट को वापस मूल स्वरूप में बहाल कर दिया. हाल ही में ये संशोधित एससी/एसटी (एट्रोसिटी एक्ट) फिर से लागू किया है. अब फिर से इस एक्ट के तहत बिना जांच गिरफ्तारी संभव हो गई है. इस लिए सवर्ण ने इसके खिलाफ प्रदर्शन कर भारत बंद की घोषणा की.