पीडब्लयूडी में क्रिएटिव टीम की बहाली मामले में सीबीआई ने मुकदमा दर्ज कर दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन के आवास पर सीबीआई ने छापेमारी की है. बताया जा रहा है कि सत्येंद्र जैन के आवास समेत छह जगहों पर सीबीआई की छापेमारी हुई है. आरोप है कि अनुभवहीन लोगों को बेहतरीन कह कर पीडब्लयूडी में क्रिएटिव टीम में लाया गया. लगभग दो दर्जन लोगों को बिना अनुमति के बड़ी-बड़ी रकम की सैलरी के तौर पर दी गई, जिसके चलते सरकार को करोड़ों का घाटा हुआ. इतना ही नहीं, एलजी से भी इस टीम को बनाने की अनुमति नहीं ली गई थी.
इससे पहले कल खबर आई कि सीबीआई ने सत्येंद्र जैन की बेटी सौम्या जैन के खिलाफ केस बंद करने का फैसला किया है. सौम्या जैन को मोहल्ला क्लिनिक के लिए सलाहकार नियुक्त किया गया था, लेकिन विवाद होने पर उन्होंने इस्तीफ़ा दिया. सत्येंद्र जैन पर इससे पहले सीबीआई हवाला के ज़रिए ब्लैक मनी को व्हाइट करने के मामले में जांच कर रही है.
मनीष सोसिदिया ने ट्वीट किया, ‘सत्येंद्र जैन के घर सुबह सुबह सीबीआई की रेड चल रही है. आरोप है कि उन्होंने स्कूल, मोहल्ला क्लिनिक आदि के डिजाइन के लिए ‘क्रिएटिव डिजायनर टीम’ की सेवाएं लीं. पूर्व एलजी नजीब जंग ने जाते जाते CBI को ये मामला सौंपा था. जंग की एक अन्य शिकायत को दो दिन पहले सीबीआई क्लोज़ कर चुकी है.’
सत्येंद्र जैन ने ट्वीट किया और कहा, ‘ सीबीआई ने मेरे घर पर छापेमारी की है. प्रोफेशनल्स अलग-अलग प्रोजेक्ट के लिए हायर किये गये थे. सभी को सीबीआई के द्वारा छोड़ने पर मजूबर किया गया.
इसके बाद मंत्री सत्येंद्र जैन के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए अरविंद केजरीवाल ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा- पीएम मोदी क्या चाहते हैं?
गौरतलब है कि सत्येंद्र जैन दिल्ली की आम आदमी पार्टी वाली केजरीवाल सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. उनके पास स्वास्थ्य, उद्योग, गृह, पीडब्ल्यूडी, ऊर्जा, शहरी विकास और परिवहन मंत्रालय का भी जिम्मा है. केजरीवाल सरकार में वह दूसरी बार स्वास्थ्य मंत्री के रूप में हैं.
टिप्पणियां बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन के एक मामले में दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य एवं ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन से पूछताछ कर चुकी है. ईडी ने इससे पहले तीन अप्रैल को भी कथित अवैध आय के मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के नेता जैन से पांच घंटों तक पूछताछ कर उनका बयान दर्ज किया था. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) में आप नेता के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को संज्ञान में लेते हुए ईडी ने पिछले साल अगस्त में जैन और पांच अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था.