अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा के बाजार में छाए रहने वाले शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा की अगर इंदिरा गांधी होती तो मैं कांग्रेस में होता.
साथ ही उन्होंने देश के तमाम सियासी दलों के बारे में कुछ न कुछ अपने बयान में जरुर कहा, ये पूछे जाने पर की आरजे़डी से उनकी नजदीकियां कुछ ज्यादा ही है, तो उन्होंने कहा कि जब मेरी मां का देहांत हुआ था तो सबसे पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ही पहुंची थीं और अंत्योष्टि के अंत तक रही थीं.
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि जब लालू जी की बेटी का विवाह था तो उनकी पार्टी में से कोई भी नहीं पहुंचा था, लेकिन मैं पहुंचा था.
साथ उन्होंने अपने बयान से सियासी समीकरण का भी हवाला देते हुए कहा कि मुझे तो युपी में अखिलेश और बिहर तेजस्वी यादव दिखाई दे रहे हैं. साथ ही तेजस्वी यादव को होनहार बताते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें ये शिक्षाएं उनके परिवार से मिली है.
इतना ही नहीं उन्होंने देश के तमाम सियासी दलों का जिक्र करते हुए कहा कि चाहे वो कांग्रेस हो या सपा, बसपा, और ममता का पार्टी हो सब मुझसे प्रेम करते है.