नई दिल्ली, (विनीत सिंह) : एआईएडीएमके प्रमुख वीके शशिकला ने हथियार नहीं डाले हैं। वह बगावत कर चुके कार्यकारी सीएम ओ पन्नीरसेल्वम के हाथ में किसी भी कीमत पर सत्ता नहीं जाने देना चाहतीं। कोर्ट के आदेश के बाद भी शशीकल रिजॉर्ट में ठहरे विधायकों के साथ बैठक करने लगीं। इस मीटिंग में पन्नीसेल्वम की पार्टी की प्राथमिक सदस्यता खत्म करने का ऐलान कर दिया गया। वहीं, ई पलनिसामी को विधायक दल का नेता चुन लिया गया।
पलनिसामी जयललिता के बेहद करीबी थे. अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि बाकि के विधायक उन्हें समर्थन करेंगे या नही. शशिकला की मीटिंग में जयललिता के भतीजे दीपक जयकुमार ने भी हिस्सा लिया था. शशिकला ने सीएम समेत कुछ 20 नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया है। इनमें पन्नीरसेल्वम खेमे के विधायक भी शामिल हैं। जिन नेताओं के नाम सामने आए हैं, उनमें सी पोन्नयन, पीएच पंडियन, एनआर विश्वनाथन और आईपी मुनुसमी और मंत्री पंडियाराजन आदि प्रमुख हैं।
ऐसे कयास लगाए जा रहे थे की शशिकला पहले दीपक को ही विधायक दल का नेता चुनकर सीएम कैंडिडेट बनाना चाहती थीं। सूत्रों के मुताबिक, पन्नीरसेल्वम खेमे को कमजोर करने के लिए शशिकला ने दीपक के जरिए इमोशनल कार्ड खेलने का फैसला किया था। इसके बाद दीपक ने शशिकला का ये प्रस्ताव ठुकरा दिया था.
जब से पन्नीसेल्वम ने यूं टर्न लिया हाई तभी से उनका विरोश करने के लिए 100 से ज्यादा विधायक एक रिजॉर्ट में ठहरे हुए हैं। यहां एक आईजी के नेतृत्व में 350 से ज्यादा पुलिसवालों को तैनात किया गया है।