नई दिल्ली (ब्यूरो, चौथी दुनिया): चुनाव की दहलीज पर खड़ी समाजवादी पार्टी बिखर चुकी है। पिता और पुत्र सत्ता की कालीन पर अलग-अलग दिशा में चल पड़े हैं। मुलायम ने कठोर निर्णय लेते हुए अखिलेश और रामगोपाल को पार्टी से बाहर कर दिया। पार्टी से निकाले जाने के बाद अखिलेश और मुलायम के समर्थक भी सड़कों पर आमने सामने दिखे। अखिलेश और मुलायम को लेकर जमकर नारेबाजी हुई तो शिवपाल के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली गई।
अखिलेश और मुलायम की मीटिंग चल रही है। जिसमे आगे की राहें तय होंगी। अखिलेश के आवास पर 100 से ज्यादा विधायक जमा हो चुके हैं। मुलायम के घर के बाहर सन्नाटा पसरा हुआ है। अखिलेश ने एक जनवरी को प्रतिनिधि सम्मेलन बुलाया है। मुलायम और शिवपाल का कहना है कि उस सम्मेलन में जाने वाले कार्यकर्ता पर कार्रवाई होगी।
इन सबके बीच राहुल को बाहर से समर्थन मिलने की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। अखिलेश के समर्थन में राहुल गांधी और जयंत चौधरी भी आने को तैयार हैं। अगर ये युवा गठबंधन बनता है तो यूपी चुनाव की दिलचस्पी चरम पर पहुंच जाएगी।