विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया लगातार इतिहास बना रही है. कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने नम्बर वन का तमगा हासिल किया है. हाल में भारतीय टीम का प्रदर्शन काबिलेतारीफ रहा है, लेकिन कंगारुओं के खिलाफ शुरुआती टेस्ट मैचों में कमजोर प्रदर्शन किया है.
जहां एक ओर भारतीय टीम कंगारुओं से लोहा ले रही है, वहीं महिला क्रिकेट भी चमकदार प्रदर्शन कर रही है. जिस तरह से विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया दुनिया की हर टीम के लिए खतरा बन रही है, ठीक उसी तरह मिताली राज की अगुआई में महिला क्रिकेट लगातार जीत का डंका बजा रही है. हाल में टीम इंडिया ने बांग्लादेश को पराजित कर महिला विश्व कप के लिए अपना स्थान पक्का कर लिया.
इसके बाद दक्षिण अफ्रीका को पराजित कर खिताब पर भी कब्जा कर लिया. भारत में अगर क्रिकेट की बात होती है तो केवल पुरुष खिलाड़ियों की ही चर्चा होती है. देश में सचिन को रिकॉर्ड पुरुष कहा जाता है, जबकि विराट कोहली को सचिन से भी बड़ा खिलाड़ी माना जाने लगा है.
हिन्दुस्तान में महिला खिलाड़ियों के प्रदर्शन की चर्चा नहीं के बराबर होती है, जबकि सच्चाई यह है कि महिला क्रिकेट में भी कई खिलाड़ी अपने प्रदर्शन की बदौलत सचिन और विराट जैसे क्रिकेटरों की तरह आगे आने का हौसला दिखा रही हैं. भारतीय महिला क्रिकेट भी लगातार अपने प्रदर्शन की बदौलत चर्चा में है. हाल में महिला टीम ने विश्व क्रिकेट क्वालिफाइंग टूर्नामेंट में शानदार क्रिकेट खेला.
मिताली की कप्तानी में टीम इंडिया ने इस साल जून में होने वाले महिला विश्व कप के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है. महिला टीम को इस मुकाम तक पहुंचाने में मिताली राज का सबसे अहम योगदान रहा है. मिताली का न केवल बल्लेबाजी, बल्कि कप्तानी में भी कोई सानी नहीं है. हाल के दिनों में महिला क्रिकेट टीम भी खूब सुर्खियों में बनी हुई है. महिला क्रिकेट रैकिंग में भी भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा देखने को मिल रहा है.
महिला टीम की कप्तान मिताली राज रैंकिंग में नम्बर दो पर काबिज हैं, जबकि हरमनप्रीत कौर को दसवां स्थान मिला है. एक वक्त था, जब महिला खिलाड़ियों में अंजुम चोपड़ा और झूलन गोस्वामी का नाम चर्चा में रहता था, लेकिन अब विश्व क्रिकेट में मिताली राज के बल्ले की दहाड़ सुनाई दे रही है. उनके लगातार अच्छे प्रदर्शन के बाद विशेषज्ञ उन्हें महिला क्रिकेट का सचिन बता रहे हैं.
मिताली में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. उनका बल्ला जब भी बोलता है तब विरोधियों के हौसले पस्त होने में देर नहीं लगती है. वन डे क्रिकेट से लेकर टेस्ट क्रिकेट में मिताली का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक जमाकर सबको अपनी बल्लेबाजी का मुरीद बना दिया.
हैदराबाद से कई पुरुष खिलाड़ियों ने भारतीय टीम में अपना नाम रौशन किया है, लेकिन महिला क्रिकेट में मिताली राज की हनक देखी जा सकती है. यह भी एक इत्तेेफाक है कि महज दस साल की आयु में क्रिकेट का बल्ला थामने वाली मिताली 17 साल में भारतीय टीम में जगह बनाने में कामयाब रही. राष्ट्रीय स्तर पर छाप छोड़ने के बाद 1999 में उन्हें पहली बार भारतीय टीम की तरफ से खेलने का मौका मिला.
आयरलैंड के खिलाफ डेब्यू मैच में मिताली ने धमाकेदार 114 रन बनाकर टीम इंडिया में अपनी जगह को और मजबूत किया. इसके बाद मिताली ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और बहुत जल्द भारतीय टीम की कमान भी संभाल ली. महिला क्रिकेट टीम की बल्लेबाजी की अहम कड़ी बन चुकीं मिताली बतौर कप्तान भी अपनी अलग छाप छोड़ रही हैं. इंग्लैंड के खिलाफ 2002 में टेस्ट मैच में मिताली ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 214 रन की पारी खेलकर नया रिकॉर्ड स्थापित किया.
मिताली की कप्तानी में टीम इंडिया ने 2006 में इंग्लैंड की धरती पर ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंंड को टेस्ट सीरीज में 1-0 से पराजित कर टीम इंडिया का मान बढ़ाया. इतना ही नहीं, हाल में विश्व कप क्वालिफाइंग मैचों में टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन किया. मिताली की कप्तानी में टीम इंडिया ने लगातार 13 वन डे जीतने का नया इतिहास बनाया है. इसके साथ ही उनका बल्ला भी इस समय खूब बोल रहा है.
मिताली के वन डे करियर पर नजर डालें तो इतना साफ है कि वह भारत की सबसे प्रतिभाशाली क्रिकेटरों में से एक हैं. उन्होंने अब तक 172 वन डे में 51.3 के बेजोड़ औसत से 5614 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने पांच शतक के साथ-साथ 43 अर्धशतक भी जड़ा है, जबकि दस टेस्ट मैचों में 51 की औसत से 663 रन बनाए हैं. इस दौरान वे एक शतक और चार पचासा जमाने में कामयाब रही हैं.
उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने दो-दो बार एशिया कप भी जीता. 2013 में अपने शानदार खेल के लिए वे महिला क्रिकेट में शीर्ष पर पहुंच गईं. कुल मिलाकर देखा जाए तो महिला क्रिकेट के लिए यह बहुत अच्छी बात है कि उनकी कप्तानी में टीम इंडिया अब दुनिया की दूसरी टीमों को हराने का दम-खम रखती है. अब यह देखना रोचक होगा कि विश्व कप में टीम इंडिया कैसा प्रदर्शन करती है.