गाय के नाम पर देशभर में लोगों की हत्याएं की जा रही हैं. इन्हें रोकने की कोशिश करने के बजाय आरएसएस और बीजेपी के नेता विवादित बयान दे रहे हैं. राजस्थान के अलवर में गोतस्करी के आरोप में हुई रकबर खान की हत्या पर पूछे गए सवाल के जवाब में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि अगर लोग बीफ खाना बंद कर दें, तो देश में मॉब लिंचिंग रुक जाएगी. उन्होने कहा कि मॉब लिंचिंग का स्वागत नहीं किया जा सकता है, लेकिन अगर लोग गाय का मीट खाना बंद कर दें, तो ऐसे अपराध रुक जाएंगे. उनका कहना है कि दुनिया का ऐसा कोई भी धर्म नहीं है जो गोहत्या की इजाजत देता हो. इंद्रेश कुमार ने दावा किया कि इस्लाम से लेकर ईसाई धर्म के अंदर गोहत्या की कोई जगह नहीं है.
इंद्रेश कुमार के अलावा बीजेपी नेता विनय कटियार ने भी विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि मुस्लिम गाय को छूने से पहले कई बार सोचें. यह इस देश के करोड़ों लोगों की भावना का प्रश्न है. अलवर के रामगढ़ थाना क्षेत्र में 20 जुलाई को कुछ लोगों ने गोतस्करी के शक में रकबर खान की हत्या कर दी थी. जिसमे मीडिया रिपोर्टों के अनुसार पुलिस पीड़ित रकबर खान को घायल हालत में अस्पताल ले जाने से पहले घंटों तक घुमाती रही. इतना ही नहीं पुलिस ने घायल रकबर को पीटा भी था. गंभीर रूप से घायल खान को अस्पताल पहुंचाने से पहले पुलिस ने घटनास्थल से बरामद दो गायों को गोशाला पहुंचाना जरूरी समझा.
रिपोर्ट के मुताबिक, अगर रकबर को तत्काल अस्पताल पहुंचाया जाता, तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी. राजस्थान सरकार ने अपनी लापरवाही मान ली है. इस मामले में 5 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हुई है. थाना इंचार्ज इंस्पेक्टर सुभाष शर्मा को सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि एएसआई मोहन चौधरी को लाइन हाजिर किया गया है. इसके अलावा उस समय ड्यूटी पर मौजूद तीन पुलिसकर्मियों को भी लाइन हाजिर किया गया है.