नॉएडा में महागुन बिल्डर्स के आफिस में डकैती का मामला इन दिनों सुर्ख़ियों में हैं. पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए इस मामले में 7 बदमाशों को गिरफ्तार किया है. जबकि 7 लोग फरार बताये जा रहे हैं. लेकिन इस बीच एक दिलचस्प खुलासा हुआ है. पुलिस के मुताबिक बदमाशों ने 35 लाख की डकैती के लिए मन्नत मांग रखी थी. जिसके पूरे होने पर भंडारा किया जाना था. वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाशों ने उसकी तैयारियां भी शुरू कर दी थी. लेकिन उसके पहले ही वे पुलिस के हत्थे चढ़ गए.
गौरतलब है कि बीते 28 अप्रैल को नोएडा में महागुन बिल्डर्स के ऑफिस में 17 बदमाशों ने मिलकर डकैती की वारदात को अंजाम दिया था. इस दौरान बदमाशों में ना सिर्फ लाखों रुपये से भरी तिजोरी पर हाथ साफ़ किया, बल्कि वहां लगे सीसीटीवी की डीवीआर और एक कार लेकर फरार हो गए थे. काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने वारदात के 5 दिन बाद लूट की वारदात में लिप्त कुछ लोगों को धर दबोचा और लूटी गई रकम के अलावा कार के साथ सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर भी बरामद कर ली. इस दौरान की गई पूछताछ में बदमाशों ने जो खुलाशे किये उसे सुनकर पुलिसवालों के होश उड़ गए.
पुलिस की पूछताछ में अपना गुनाह कबूल करते हुए कहा कि इन बदमाशों ने बताया कि लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद दूसरे ही दिन उन्होंने लूटी गई रकम को आपस में बांट ली थी. इसके अलावा 4 लाख रुपये भंडारे के लिए अलग से रखे गए थे. जबकि 2 लाख रुपयों को जेल में बंद साथियों की जमानत के लिए अलग से रखा गया था.
इसके साथ ही बदमाशों ने यह भी बताया कि इन लोगों ने बीते 17 अप्रैल को भी डकैती की कोशिश की थी. हालाकिं उस वक्त उन्हें कामयाबी नहीं मिली थी. वहीं जब दूसरी बार ये लोग अपने मंसूबे में कामयाब रहे तो मन्नत के मुताबिक भंडारे के आयोजन की तैयारियों में जुट गए. लेकिन इसके पहले इनकी मन्नत पूरी होती पुलिस ने इन्हें धर दबोचा और लूटी गई रकम में से 8 लाख रुपये भी बरामद कर लिए.