साल 2014 के लोेकसभा चुनाव में देश के अंदर चुनाव को लेकर एक नया तूफानी अभियान चला था. सीतामढ़ी सीट से 2014 के लोेकसभा चुनाव में कुल 19 प्रत्याशी चुनावी दंगल में ताल ठोक रहे थे, जिनमें दलगत आधार पर भाजपा गठबंधन के तहत रालोेसपा की टिकट पर राम कुमार शर्मा, राजद से सीताराम यादव व जदयू से डॉ अर्जुन राय प्रमुख रूप से चुनाव मैदान में थे.
बसपा के महेश कुमार, आम आदमी पार्टी के किशोरी दास, लोकदल के जय कुमार चौधरी, सर्वजन कल्याण लोेकतांत्रिक पार्टी के भारत भूषण सहनी, समाजवादी जनता पार्टी राष्ट्रीय के महेंद्र प्रसाद, ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के राजीव रंजन, बहुजन मुक्ति पार्टी के सत्येंद्र भंडारी, समाजवादी पार्टी के सैयद अबू दोजाना और बतौर निर्दलीय प्रत्याशी अजय कुमार, चंद्रिका प्रसाद आदि चुनावी समर में थे. भाजपा समर्थित रालोेसपा प्रत्याशी राम कुमार शर्मा 4 लाख 11 हजार 265 मत लाकर सांसद निर्वाचित हुए. दूसरे स्थान पर राजद प्रत्याशी पूर्व सांसद सीताराम यादव रहे.
10 हजार से कम वोट लाने वालों पर नजर डाले तो तकरीबन 73 हजार मतदाताओं का वोट कहीं का नहीं रहा. दूसरी ओर सीतामढ़ी लोेकसभा क्षेत्र के छह विधानसभा क्षेत्र में हजारों मतदाताओं ने नोटा का उपयोग किया. डमी प्रत्याशी व नोटा मिलाकर लगभग साढे 78 हजार मत का कोई ठिकाना नहीं रहा. कुल मिलाकर यह कि मतदान को लेकर जहां आम मतदाताओं को जागरूक करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है, वहीं दलगत नेताओं के लिए प्रत्याशी का चयन सोच-समझ कर करने की आवश्यकता है.