जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने की अपील, क्रिया-प्रतिक्रिया से बचें

अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के लिए चंदा करने के लिए टोलियां बाजार में हैं। गांव-गांव, शहर-शहर इसका दौर चल रहा है और आने वाले दिनों में इस काम में तेजी आने की उम्मीद है। चंदा उगाई के इस काम के दौरान देखने में यह भी आ रहा है कि इन टोलियों में चंद लोग ऐसे भी शामिल हो गए हैं, जो सुकून, शांति और सौहार्द्र के काम को नुकसान पहुंचाने के हालात को बढ़ावा देने के पक्षधर हैं। ऐसे लोगों से बचने की जरूरत है और सुकून के माहौल को बरकरार रखना सबकी जिम्मेदारी है।

जमीयत उलेमा मप्र के प्रदेश उपाध्यक्ष मौलाना मोहम्मद अहमद ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों प्रदेश के कई शहरों में जो हालात बने, वह अशोभनीय भी हैं और प्रदेश की फिजा को खराब करने वाले भी हैं। इस दौरान यह भी देखने में आया कि शासन-प्रशासन ने ऐसे मामलों में एक पक्षीय कार्यवाही करके कौम खास के साथ भेदभाव के हालात बनाए हैं। इस स्थिति से लोगों में नाराजगी भी है और गुस्सा भी।

जमीयत ने ऐसे मामलों को लेकर जिम्मेदार अफसरों से मुलाकात की और इन स्थितियों को रोकने की अपील की है, जिसके बाद हालात में सुधार आया है। मौलाना अहमद ने कहा कि आने वाले दिनों में राजधानी भोपाल में भी इस तरह की रैलियां और जुलूस के जरिये चंदा उगाने की कार्यवाही शुरू होने की खबरें हैं। इस दौरान जरूरी है कि चंदा करने वाले किसी धर्म विशेष के खिलाफ नारेबाजियां न करें, इस पर प्रशासन सख्त निगरानी रखें, ऐसे इलाकों में जुलूस-रैलियां निकालने की इजाजत न दे, जहां माहौल खराब होने के अंदेशे ज्यादा हों।

साथ ही खासतौर से लोगों को इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि किसी तरह की क्रिया पर प्रतिक्रिया न दें, जिससे कोई विपरीत स्थिति बने। मौलाना अहमद ने सभी धर्म के लोगों से अपील की है कि एक अच्छे काम के लिए किए जा रहे प्रयासों के बीच ऐसे हालात न बनाएं, जिससे शहर, प्रदेश और देश के माथे पर कोई कलंक लगे। उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश शांति का टापू कहलाता है, इसकी यह गरिमा बनाए रखने के लिए सबको मिलकर कोशिश करना चाहिए।

खान अशु

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