पाबंदी को लेकर नाराजगी फैल रही शहर में

भोपाल ब्यूरो धार्मिकस्थलों में सीमित संख्या के साथ प्रवेश को लेकर शहर में अब नाराजगी के हालात बनने लगे हैं। इसको लेकर शुक्रवार को जुमा की नमाज के दौरान भी विकट हालात बने थे। मंदिरों में भी आने-जाने में की जा रही रोका-टोकी को लेकर लोग असहज होने लगे हैं। इन स्थितियों को देखते हुए उलेमाओं के एक प्रतिनिधि मंडल ने शनिवार को मुख्य सचिव से मुलाकात कर स्थिति पर पुन: गौर करने की गुजारिश की है।

शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी, शहर मुफ्ती मोहम्मद अबूल कलाम कासमी, नायब शहर काजी सैयद बाबर अली और मसाजिद कमेटी के सचिव यासिर अराफात ने शनिवार को मंत्रालय पहुंचकर मुख्य सचिव से मुलाकात कही। इस दौरान सौंपे गए पत्र में कहा गया है कि महामारी के दौर में हर मजहब के इंसान को अपने आराध्य की पूजा और इबादत कर मुश्किलों से बचने की गुजारिश करना है। ऐसे में सरकारी फरमान में सभी धर्मस्थलों में लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है।

उलेमाओं ने कहा कि यह आदेश इसलिए भी हास्यास्पद है कि धार्मिकस्थलों में प्रवेश पर पाबंदी के विपरीत सरकारी और गैर सरकारी कार्यालय, बाजार, फैक्ट्रियां, दुकानें खुली हुई हैं, जहां सुबह से शाम तक लोगों का जमावड़ा और भीड़ लगी हुई है। जबकि मंदिर, मस्जिद, चर्च, गुरुद्वारा जैसे धार्मिक स्थानों पर लोगों तय समय पर आते-जाते हैं और यहां अन्य स्थानों की बजाए भीड़ के हालात बेहद होते हैं। उलेमाओं ने तत्काल प्रभाव से सभी धर्मों के आस्थालयों पर लगी पाबंदी हटाने की मांग की है।

इस दौरान उलेमाओं ने माह-ए-रमजान के दौरान रात में होने वाली तरावीह की खास नमाज और इसके बाद ईद उल फितर पर होने वाली सामूहिक नमाज के लिए मस्जिदों को खुले रखने और लोगों की आवाजाही से पाबंदी हटाए जाने की मांग भी की है। मसाजिद कमेटी सचिव यासिर अराफात ने बताया कि मुलाकात के दौरान अधिकारियों ने उलेमाओं से पूरी बात को ध्यानपूर्वक सुना और जल्दी ही इस मामले में सर्वमान्य फैसला लिए जाने का आश्वासन दिया है। आला अधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि कोरोना के हालात को देखते हुए जिला कलेक्टरों और संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों से चर्चा के बाद ही कोई फैसला लिया जा सकेगा।

कजियात पहुंचे लोग, रखी मांग

उलेमाओं के अधिकारियों से मिलने जाने से पहले शहर के विभिन्न इलाकों से मुस्लिम समाज के लोग मसाजिद कमेटी दफ्तर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी और मसाजिद कमेटी सचिव यासिर अराफात से मुलाकात कर मस्जिदों में आवाजाही को लेकर लगाए जा रहे प्रतिबंध को लेकर विरोध दर्ज कराया। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा मस्जिदों में पहुंचने वालों की वीडियोग्राफी कराई जा रही है।

इसके अलावा मस्जिदों के ईमाम-मुअज्जिन को संबंधित थानों पर बुलाकर उन्हें भी कार्यवाही के नाम पर डराया धमकाया जा रहा है। इस दौरान यासिर अराफात ने लोगों को आश्वस्त किया कि ईमाम-मुअज्जिन को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। साथ ही उन्होंने कोविड गाईडलाइन का पालन करने और मस्जिदों में सोशल डिस्टेंस, मॉस्क और सैनेटाइजर होने का ख्याल रखने की हिदायत भी दी।

गाइडलाइन उल्लंघन पर दर्जनभर पर मामला दर्ज

शनिवार को शहर काजी के सामने अपनी बात रखने पहुंचे लोगों पर शाहजहांनाबाद पुलिस ने गाइडलाइन उल्लंघन का मामला दर्ज किया है। सोशल मीडिया पर चले व्हाटसअप संदेश के बाद कजियात पहुंचे लोगों के खिलाफ पुलिस ने धारा 188, 269 आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 52बी के तहत करीब एक दर्जन लोगों के खिलाफ नामजद और अन्य पर मामला दर्ज किया है।

खान आशु

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