नई दिल्ली : काफी समय से राम मंदिर निर्माण देश के लिए एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है. लेकिन अब राम भक्तों के द्वारा देखा गया यह सपना जल्द ही सच होने जा रहा है. दरअसल अब भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू होने जा रहा है. इस मंदिर का निर्माण होने में पांच साल का समय लगेगा इसके बाद ही ये भव्य मंदिर देश के सामने होगा.
लेकिन ठहरिए अगर आपको लग रहा है कि इस राम मंदिर का निर्माण उत्तर प्रदेश के अयोध्या में हो रहा है तो आप बिल्कुल गलत है. दरअसल इस मंदिर का निर्माण बिहार के मोतिहारी के कल्याणपुर ब्लॉक के कैथवलिया गांव में मुस्लिमों के सहयोग से हो रहा है। इस मंदिर के निर्माण के लिए मुस्लिमों ने न सिर्फ जमीन दान में दी है बल्कि मंदिर के निर्माण में वो काफी बढ़ चढ़ कर हिस्सा भी ले रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक़ इस मंदिर का निर्माण कार्य पूरा होने में लगभग 3 अरब रुपए का खर्च आएगा. इस मंदिर के निर्माण कार्य में हिन्दू मुस्लिम दोनों ही अहम भूमिका में नज़र आ रहे हैं. रामायण मंदिर का रकवा करीब 190 एकड़ में है। इसमें डेढ़ एकड़ भूमि मुस्लिमों ने दान दी है। ये भू-दान केसरिया थाना के गोइछी कुंडवा गांव के अहमद खां व उनके परिजनों ने किया है।
मंदिर के लिए करीब 190 एकड़ भूखंड की जरूरत है। मंदिर का निर्माण महावीर स्थान न्यास समिति पटना द्वारा कराया जा रहा है। पहले मंदिर विश्व प्रसिद्ध कंबोडिया के अंकोरवाट मंदिर की शैली में बनना था। लेकिन, वहां की सरकार के विरोध के बाद इसके नक्शा में परिवर्तन कर दिया गया। अब कोई अड़चन नहीं है।
मंदिर निर्माण समिति के सदस्य मधुरेश प्रियदर्शी ने बताया कि मंदिर का निर्माण करीब 110 एकड़ में होगा। इस मंदिर के लिए अब तक 85 एकड़ भूमि का निबंधन कराया जा चुका है। भूमि के लिए लैंड बैंक बनाया गया है। कुछ लोग भूमि दान दिए हैं। जबकि कुछ लोगों ने भूमि का बदलैन (अदला-बदली) किए हैं।
इस मंदिर के निर्माण का काम करीब तीन वर्ष पूर्व शुरू किया गया था। लेकिन कुछ समस्याओं की वजह से मंदिर के निमार्ण कार्य रुक गया। लेकिन एक लम्बे अंतराल के बाद अब जल्दी ही मंदिर निर्माण का काम फिर से शुरू होने जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक़ इस भव्य मंदिर की लंबाई 2800 फीट, जबकि चौड़ाई 1500 फीट होगी। मुख्य मंदिर 1240 फीट लंबा व 1150 फीट चौड़ा व 405 (गुंबद की ऊंचाई सहित) फीट ऊंचा होगा। मंदिर में 18 देवता घर व 18 शिखर होंगे। मुख्य मंदिर भगवान श्रीराम का होगा। इसमें मां सीता, लव-कुश व वाल्मीकि सहित अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा स्थापित होगी।
इस मंदिर के निर्माण को लेकर देश भर के राम भक्तों में उत्साह की लहर दौड़ गयी है. सभी को बस इंतज़ार है कि जल्द से जल्द यह राम मंदिर बन जाए और लोग इसके दर्शन कर सकें. हालाकि उत्तर प्रदेश में राम मंदिर का निर्माण कब होगा ये किसी को नही पता लेकिन देश में जहाँ कहीं भी राम मंदिर बनेगा राम भक्त वहां दर्शन करने ज़रूर जाएंगे ये तो निश्चित है.