रेलवे ने पहली बार अपने कर्मचारियों को विदेश यात्रा पर भेजा है. इसमें गैंगमैन, ट्रैकमेन और नॉन-गजेटेड कर्मचारी शामिल हैं. इस विदेश यात्रा में किसी भी अधिकारी को शामिल नहीं किया गया है. इन कर्मचारियों को 6 दिन के लिए मलेशिया और सिंगापुर की यात्रा कराई जाएगी.
विदेश यात्रा में साउथ-सेंट्रल रेलवे के 100 कर्मचारियों को शामिल किया गया है. रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि इस विदेशी दौरे में निम्न स्तर के कर्मचारियों और रिटायरमेंट के करीब पहुंच चुके कर्मचारियों को भेजा गया है. रेलवे की इस सौगात से कर्मचारी भी काफी खुश हैं. उनका कहना है कि उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि विदेश यात्रा कर पाएंगे, लेकिन रेलवे ने हमारा यह सपना पूरा कर दिया.
यह ट्रिप छह दिन का होगा. सिंगापुर और मलेशिया की यात्रा के दौरान रेलवे कर्मचारी वहां रेल की सुरक्षा और रेलवे प्रबंधन की भी जानकारी लेंगे. इस विदेश दौरे का 75 प्रतिशत खर्चा कर्मचारियों के फंड से दिया जाएगा. वहीं विदेश यात्रा पर गए कर्मचारियों को 25 प्रतिशत खर्च खुद वहन करना होगा.
रेलवे कर्मचारी फंड रेल कर्मियों के वेलफेयर एक्टिविटीज के लिए जमा किया जाता है. रेलवे के निम्नस्तर के कर्मचारियों के बच्चों को स्कूल के लिए स्कॉलरशिप भी इसी फंड से दिया जाता है. रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल दिसंबर में ही इस टूर का फैसला किया गया था.