चाय पार्टी के बाद राहुल गांधी समेत अन्य कांग्रेसी सांसद व दूसरे दलों के सांसद भी कॉन्सटीट्यूशन क्लब से संसद तक साइकिल से गए। इससे पहले राहुल गांधी ने सरकार के खिलाफ रणनीति बनाने के लिए कॉन्सटीट्यूशन क्लब में विपक्षी नेताओं की चाय बैठक बुलाई थी।

इस बैठक में कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना, राजद, सपा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, माकपा, IUML, रिवॉल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP), केरल कांग्रेस (M), झारखंड मुक्ति मोर्चा, नेशनल कॉन्फ्रेंस, मृणमूल कांग्रेस और लोकतांत्रिक जनता दल इस मीटिंग के लिए आए थे। आम आदमी पार्टी बैठक में शामिल नहीं हुई।

विपक्ष का चेहरा बनने की कवायद
सूत्रों ने बताया कि वाम दलों ने सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के तरीके के तौर पर नकली संसद चलाने का प्रस्ताव दिया है। हालांकि, सभी विपक्षी दल इस पर सहमत नहीं हैं। बैठक में इस पर चर्चा हो सकती है। विपक्षी दल पेगासस स्पायवेयर की मदद से जासूसी के आरोपों की अदालत की निगरानी में जांच की मांग कर रहे हैं। वहीं, सरकार ने विपक्ष के आरोपों को खारिज किया है।

इस मुद्दे पर विपक्षी दलों ने पिछले सप्ताह भी एक बैठक की थी। उसमें राहुल गांधी भी मौजूद थे। बाद में विपक्षी नेताओं ने एक बयान भी जारी किया था। राहुल गांधी पेगासस मुद्दे पर शुरुआत से आक्रामक हैं। ब्रेकफास्ट पॉलिटिक्स को उनकी विपक्ष के चेहरे के रूप में उभरने की कवायद माना जा रहा है। पिछले हफ्ते राहुल तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की किसानों की मांग के समर्थन में ट्रैक्टर से संसद पहुंचे थे।

चाय पार्टी के बाद राहुल गांधी समेत अन्य कांग्रेसी सांसद व दूसरे दलों के सांसद भी कॉन्सटीट्यूशन क्लब से संसद तक साइकिल से गए।

 

Adv from Sponsors