संसद सत्र के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि अगर वे मुंह खोलेंगे तो भूकंप आ जाएगा. उन्होंने कहा था कि उनके पास नरेंद्र मोदी के निजी भ्रष्टाचार के सबूत है और अगर वे उसका खुलासा करेंगे तो भूकंप आ जाएगा. बहरहाल, संसद सत्र समाप्त भी हुआ और उसके बाद राहुल गांधी ने गुजरात की एक जनसभा में ये भूकंप वाला खुलासा किया.
गुजरात के मेहसाणा में रैली करते हुए राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि गुजरात के सीएम के तौर पर मोदी ने सहारा और बिड़ला से पैसे लिए.इस बात के सबूत इनकम टैक्स पास हैं. राहुल ने कहा है कि पीएम मोदी देश को खुद सच बताएं. राहुल ने आरोप लगाया कि सहारा ने छापे के बाद 6 महीने में 9 बार पीएम मोदी को पैसे दिए.
इस भूकंप लाने वाले खुलासे के बाद एक सर्वे हुआ है जिसके मुताबिक देश की ज्यादातर जनता उनके इन आरोपों को आधारहीन मान रही है. सी-वोटर के एक सर्वे के अनुसार 82.7 प्रतिशत लोगों का मानना है कि मोदी पर लगे आरोप आधारहीन हैं. वहीं, सिर्फ 17.3 प्रतिशत लोग हैं जो इस आरोप को गंभीर मान रहे हैं.
सर्वे में शहरी, अर्द्ध-शहरी, ग्रामीण क्षेत्रों के निम्न आय वर्ग, मध्यम आय वर्ग और उच्च आय वर्ग के अलग-अलग उम्र के लोगों से कुछ सवाल किए गए थे. सी-वोटर के सर्वे के अनुसार कुल 57.7 प्रतिशत लोगों का यह मानना था कि वह राहुल पर भरोसा नहीं करते और उन्हें यह आरोप आधारहीन लगते हैं, जबकि 9.8 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हें राहुल पर भरोसा भी है और मोदी पर लगाए आरोप भी सही हैं.
सर्वे के अनुसार 7.6 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे राहुल पर भरोसा तो करते हैं, लेकिन उनके आरोप को सही नहीं मानते. वहीं 3.9 प्रतिशत वैसे लोग थे जो राहुल पर भरोसा नहीं करते, लेकिन मोदी पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप को सही मानते हैं.