कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में ‘संविधान बचाओ रैली’ को संबोधित किया. हालांकि इस बारे में लोगों को जानकारी देते समय ट्विटर पर उनसे चूक हो गई। उन्होंने रैली का नाम गलत लिखते हुए उसे ‘संसद घेराव’ रैली लिख दिया। कुछ ही मिनटों बाद इस ट्वीट को डिलीट कर दिया गया और उसकी जगह ‘संविधान बचाओ’ रैली के साथ ट्वीट किया गया। कांग्रेस के ‘संविधान बचाओ’ अभियान का मकसद संविधान एवं दलितों पर कथित हमलों के मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर जोरशोर से उठाना है।
राहुल गांधी ने यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बलात्कार की घटनाओं पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया और कहा कि मोदी को सिर्फ 2019 में दोबारा प्रधानमंत्री बनने की चिंता है। कांग्रेस के ‘संविधान बचाओ’ अभियान की शुरुआत करते हुए कहा राहुल ने कहा, ”आईएमएफ (अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष) की प्रमुख ने कहा कि भारत में महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है, लेकिन मोदी जी चुप।
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कुछ नहीं बोले। …मोदी जी को सिर्फ मोदी जी में दिलचस्पी है और किसी मुद्दे में नहीं।” उन्होंने कहा कि मोदी को सिर्फ 2019 में फिर से प्रधानमंत्री बनने की फिक्र है, लेकिन अगली बार जनता उनको अपने ‘मन की बात’ सुनाएगी।