राजस्थान विधानसभा चुनाव में सियासी सूरमाओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर अब उफान पर चढ़ता जा रहा है. इसी बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राहुल गांधी के उस बयान को लेकर उनपर पलटवार किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक को राजनीतिक संपत्ति में तब्दील कर दिया है.
गौरतलब है कि उदयपुर में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कारोबारियों को संबोधित करते हुए कहा था कि मोदी सरकार ने तो सर्जिकल स्ट्राइक को राजनीतिक संपत्ति बना दिया है. इस विषय को लेकर ये सरकार चुनाव प्रचार के दौरान मतदाताओं को रिझाने की भी कोशिश कर रही है.
इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कांग्रेस के शासनकाल में हमारी सरकार ने तीन बार सर्जिकल स्ट्राइक किया था. आपको बता दूं कि उस दौरान सेना, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिलने आई थी और कहा था कि अब पाकिस्तान को सबक सिखाना ही होगा, तब मनमोहन सिंह ने कहा था कि आप सर्जिकल स्ट्राइक करें, लेकिन इस बात का खास ख्याल रखें कि ये मामला लीक न हो.
इसी कड़ी में फलौदी में शाह ने भी जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल पर निशान साधा. शाह ने कहा कि उन्होंने इस देश की सेना का अपमान किया है जो इस देश की सुरक्षा के लिए दिन और रात मुस्तैदी से तैनात रहते हैं.
इसके साथ शाह ने कहा कि राहुल गांधी चाहे कुछ भी कहें, लेकिन देश की सुरक्षा के लिए बार्डर पर तैनात हर एक सुरक्षाकर्मी इस बात को जानता है कि उनके हितों की सुरक्षा के लिए उनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी मौजूद है.
वहीं, कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कांग्रेस के पास न तो नेता है और न ही नीति है. शाह ने कांग्रेस को बिना उम्मीदवार के चुनाव लड़ने की रणनीति को लेकर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बिना सेनापति के लड़ाई लड़ रही है.
इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी चुनावी रण में बेहद मुस्तैदी के साथ तैनात रहे. उन्होंने भीलवाड़ा में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार की कार्य करने की नीति युवाओं के हित में बिल्कुल भी नहीं है.
वहीं, राहुल गांधी नोटबंदी और जीएसटी को लेकर मोदी सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने मौजूदा लोगों से कहा कि नोटबंदी के कारण प्रदेश में आज अधिकतर युवा बेरोजगारी के जाल में बुरी तर फंस गए हैं.