तेजप्रताप यादव के पाटलिपुत्र सीट पर दिए बयान के बाद जो राजनीतिक रायता फैला था, उसे समेटने के लिए खुद राबड़ी देवी को सामने आना पड़ा. मीसा भारती चूंकि अपनी माता की भी बहुत प्रिय हैं इसलिए राबड़ी ने भाई बीरेद्र को अपने आवास पर बुलावा भेजा. भाई बीरेंद्र भी इस मामले को ज्यादा तूल देने के मूड में नहीं थे इसलिए उन्होंने अहले सुबह राबड़ी देवी से जाकर मुलाकात की और अपने दिल की बात उन्हें खुलकर बता दी.
अंदरखाने की खबर यह है कि राबड़ी देवी ने भाई बीरेंद्र से कहा कि तेजप्रताप की बातों का बुरा मानने की जरूरत नहीं है. सीटों पर अंतिम फैसला लालू प्रसाद करते हैं इसलिए मीडिया में इन बातों पर ज्यादा बहस की जरूरत नहीं है. बताया जाता है कि राबड़ी देवी ने तेजप्रताप को भी इन सब मामलों में संयम से रहने की सलाह दी है. राबड़ी के इस पहल का असर दिखा और तेजप्रताप और भाई बीरेंद्र दोनों के ही सुर बदल गए. तेजप्रताप ने कहा कि टिकट का अंतिम फैसला लालू प्रसाद करेंगे. वहीं भाई बीरेंद्र ने कहा कि कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है और सब कुछ ठीक-ठाक है. उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि पार्टी जो आदेश देगी उसका सौ फीसदी पालन करूंगा.