पंजाब के मुक्तसर में हर साल माघ के महीने में लगने वाला माघी मेला इस बार चुनावी दंगल में तब्दील हो गया है. इस मेले में हजारों की संख्या में सिख श्रद्धालु जुटते हैं. साल-2017 में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और अकाली दल ने अपना-अपना शक्तिप्रदर्शन करते हुए इस धार्मिक मेले को सियासी रंग में रंगने की पुरजोर कोशिश की. पंजाब में सालों से कांग्रेस और अकाली-बीजेपी गठबंधन की सरकारें बारी-बारी से आती रही हैं. लेकिन आम आदमी पार्टी ने राज्य की राजनीति में एक नई हलचल पैदा करते हुए इस द्विपक्षीय लड़ाई को त्रिपक्षीय कर दिया है.
इसका नमूना 14 जनवरी को हुई रैली में देखने को मिला. पंजाब के इस सियासी दंगल की शुरूआत आम आदमी पार्टी ने प्रदेश में अपने पैर जमाने की कोशिश के साथ की. आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री पहले ही यह ऐलान कर चुके हैं कि दिल्ली के बाद उनकी पार्टी का अगला ठिकाना पंजाब होगा.
साल-2014 के चुनावों में आम आदमी पार्टी को पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में से चार सीटों पर जीत हासिल हुई थी. इसके साथ ही कुछ सीटों पर आप के प्रत्याशी दूसरे पायदान पर रहे थे. यह आप का देश भर में सबसे बेहतर प्रदर्शन था. इन्हीं आंकड़ों और समीकरणों के आधार पर आम आदमी पार्टी ने मिशन पंजाब की शुरूआत की है. एक तरफ आम आदमी पार्टी ने सत्तारूढ़ अकाली दल और कांग्रेस को निशाना बनाया, वहीं इन दोनों पार्टियां भी आम आदमी पार्टी को निशाना बनाने से नहीं चूकीं. इसका सीधा सा मतलब यह है कि आप पंजाब में निश्चित तौर पर दोनों पार्टियों के वोट बैंक पर सेंध मारने की स्थिति में पहुंच गई है.
मुक्तसर में हुई आम आदमी पार्टी की रैली को संबोधित करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब की जनता की दुःखती रग को टटोलने की कोशिश की और अपने भाषण में वहां की सबसे बड़ी समस्या नशे को उठाया, जिसका असर अब देश की सुरक्षा पर भी पड़ रहा है. केजरीवाल ने पंजाब के युवाओं के नशे के जाल में फंसने और ड्रग माफिया के पैर पसारने के लिए कांग्रेस और अकाली दल दोनों को जिम्मेदार ठहराया. दोनों दलों के ड्रग माफियाओं के साथ रिश्तों पर उन्होंने कहा कि कैप्टन अपनी दोहती (नातिन) की शादी में बादल और मजीठिया से गले मिल रहे थे.
क्या जनता बेवकूफ है जो यह सब नहीं जानती होगी? जब तक मजीठिया जेल नहीं जाएगा, राज्य में ड्रग्स का धंधा बंद नहीं होगा और उसे जेल सिर्फ आप भेज सकती है. केजरीवाल ने सवाल उठाया कि कैप्टन का मजीठिया से क्या रिश्ता है? यदि आपने गलती से इन्हें वोट दिया तो कैप्टन अमरिंदर भी मजीठिया के साथ मिलकर ड्रग्स का धंधा करेगा.
केजरीवाल ने अपनी रैली में पंजाब की जनता से कई वादे किए. पंजाब से हर साल हजारों की संख्या में जवान सेना और अर्ध सैन्य बलों में शामिल होते हैं. इसका ध्यान रखते हुए उन्होंने कहा कि अगर पंजाब में आप की सरकार बनती है तो पठानकोट एयर बेस पर हुए आतंकी हमले में शहीद हुए सुरक्षाबलों के घरवालों को एक-एक करोड़ रुपये दिए जाएंगे.
उन्होंने यह भी कहा कि वह राज्य में सत्तासीन बादल परिवार से नहीं डरते. जरूरत पड़ी तो पंजाब के लिए वह शहीद भी हो जाएंगे. मैं बादलों से कहना चाहता हूं कि जब मैं तुम्हारे ताऊजी मोदी से नहीं डरा तो तुम से क्या डरूंगा.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा कि मोदी जी, सीबीआई से बादल, कांग्रेसी डरते होंगे, मैं नहीं डरता.
देश में जनसंख्या प्रतिशत के हिसाब से सबसे ज्यादा दलित पंजाब में हैं. पंजाब की कुल आबादी में से लगभग 32 प्रतिशत दलित हैं. ऐसे में केजरीवाल ने उन्हें लुभाने का मौका भी नहीं छोड़ा. उन्होंने कहा कि कई लोग मुझसे कहते हैं कि बादल बहुत खतरनाक हैं, लेकिन मुझे उन गुंडों से डर नहीं लगता.
आप की सरकार आते ही, पिछले 10 वर्षों में जिस भी दलित के खिलाफ गुंडागर्दी हुई, उसकी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जाएगा. जिस दलित लड़की के साथ गलत किया और उसे गाड़ी से फेंक दिया, उस मामले में कोई करवाई नहीं हुई. अबोहर घटना पर भी कोई न्याय नहीं हुआ. मेले के सांस्कृतिक महत्व और आस्था को देखते हुए केजरीवाल ने फरीदकोट में गुरूग्रंथ साहब के अपमान की घटना का जिक्र भी किया. इस मामले पर उन्होंने कहा कि जिन्होंने बेअदबी की, निहत्थों पर गोलियां चलाई, उन्हें जेल न भेजा तो मेरा नाम अरविंद केजरीवाल नहीं.
दूसरी तरफ, माघी मेले में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि अकाली-भाजपा गठजोड़ की सरकार द्वारा तीसरी बार पंजाब की कमान संभालना समय की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पंजाब का विकास हमेशा अकाली दल के राज में हुआ है. आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आप छुरेबाजों की पार्टी है. दिल्ली के अरविंद केजरीवाल राज्य की सत्ता हथियाने का सपना देख रहे हैं परंतु उन्हें पंजाब के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
आप भगौड़ों की टीम है और कांग्रेस पंजाब की दुश्मन है. वहीं कैप्टन अमनिंदर सिंह को अनुशासनहीन सिपाही बताते हुए बादल ने कहा कि भारतीय फौज पूरी तरह से अनुशासनबद्ध फौज है, परंतु कैप्टन ने सरेआम अपनी हाईकमान का विरोध करके यह साबित कर दिया है कि वह पूरी तरह से अनुशासनहीन हैं. कैप्टन अमरिंदर सिंह और आम आदमी पार्टी के नेता सुच्चा सिंह छोटेपुर पर बरसते हुए कहा कि इन दोनों नेताओं ने अपने निजी मुनाफों के लिए सियासी दलों का पलड़ा पकड़ा भी है और छोड़ा भी है.
उन्होंने कहा कि यह दोनों नेता किसी समय कट्टर अकाली थे परंतु अपने निजी हितों को ध्यान में रखते हुए दूसरे सियासी दलों में शामिल हो गए हैं. ये दोनों नेता विश्वास के लायक नहीं हैं क्योंकि वह अपने निजी हितों के लिए किसी भी समय लोगों को धोखा दे सकते हैं. प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि पंजाब देश का ऐसा पहला राज्य है जहां गरीब किसानों व व्यापारियों का मुफ्त बीमा किया गया है. पंजाब सरकार ने बिना सिफारिश नौजवानों को नौकरी देने का काम शुरू किया. आने वाले समय में नौजवानों के लिए 1.13 लाख नौकरियां लाई जा रही हैं.
हाल ही में कांग्रेस ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को पार्टी का मुखिया नियुक्त करते हुए राज्य की सत्ता पर क़ाबिज होने की एक बार फिर कोशिश की है. कांग्रेस पिछले 9 साल से राज्य की सत्ता से बाहर रही है. पंजाब में आमतौर पर कोई भी पार्टी लगातार सत्ता में नहीं रही है इसलिए उसे प्रदेश की सत्ता में परिवर्तन और खुद की वापसी की अपार संभावनाएं नज़र आ रही हैं.
माघी मेले में रैली को संबोधित करते हुए अमरिंदर सिंह ने लोगों से अपील की कि वे आने वाले विधानसभा चुनावों में सोच-समझ कर अपने मत का इस्तेमाल करें. उन्होंने कहा कि वे आम आदमी पार्टी को अपना कीमती समय बर्बाद न करने दें. अकाली शासन में राज्य पहले ही 10 साल पिछड़ गया है और अब कोई भी सियासी गलती आत्महत्या के समान ही होगी. केजरीवाल पर जमकर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणवी होने के नाते वह पंजाब के हितों के खिलाफ काम करते हैं. उनकी कोई विश्वसनीयता नहीं हैं.