केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के साथ जादवपुर विश्वविद्यालय बदसलूकी और धक्कामुक्की करने का मामला सामने आया है. केंद्रीय पर्यावरण व वन राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो दरअसल जादवपुर विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा आयोजित एक सेमिनार को संबोधित करने पहुंचे थे. जहां आर्ट फैकल्टी स्टूडेंट्स यूनियन और स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया के सदस्यों ने ‘बाबुल सुप्रियो वापस जाओ’ के नारे लगाए और उन्हें कैम्पस में प्रवेश करने से रोका.
मिली जानकारी के मुताबिक शाम पांच बजे परिसर से बाहर निकलते समय भी भाजपा नेता को विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा. सूत्रों का कहना है कि बाबुल सुप्रियो अभी कैंपस में ही रूके हैं, क्योंकि प्रदर्शनकारी छात्रों ने उनकी कार का रास्ता रोक दिया. भारी सुरक्षा के बीच सेमिनार में शिरकत करने वाले सुप्रियो ने कैंपस में संवाददाताओं से कहा, ‘मैं यहां राजनीति करने नहीं आया हूं. विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों के व्यवहार से दुखी हूं, जिस तरह उन्होंने मेरा घेराव किया. उन्होंने मेरे बाल खींचे और मुझे धक्का दिया.’
वहीं घटना के बारे में पता चलने पर विश्वविद्यालय के कुलपति सुरंजन दास ने प्रदर्शनकारी छात्रों से कारण जानने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने विश्वविद्यालय के द्वार से हटने से इनकार कर दिया.पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि बाबुल सुप्रियो का घेराव किया जाना एक गंभीर मुद्दा है. उन्होंनेराज्य के मुख्य सचिव को तुरंत कदम उठाने को कहा है. मुख्य सचिव मलय डे ने विश्वविद्यालय के कुलाधिपति राज्यपाल को आश्वस्त किया कि शहर के पुलिस आयुक्त को फौरन मामले पर गौर करने का निर्देश दिया गया है.
आपको बता दें कि बाबुल सुप्रियो पश्चिम बंगाल के आसनसोल से सांसद हैं. 2019 लोकसभा चुनाव में उन्होंने आसनसोल संसदीय सीट से टीएमसी प्रत्याशी मुनमुन सेन को करारी शिकस्त दी थी. बाबुल सुप्रियो ने साल 2014 में भी आसनसोल से जीत दर्ज की थी.