नई दिल्ली। देश के प्रसिद्ध वैज्ञानिक और शिक्षाविद् प्रोफेसर यशपाल का निधन हो गया। देर रात 3 बजे नोएडा के एक अस्पताल में उन्होंने अपना शरीर त्याग दिया, वो 91 साल के थे। परिजनों ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार नोएडा के सेक्टर 94 के श्मशान घाट में किया जाएगा। प्रोफेसर यशपाल को साइंस और इंजिनियरिंग के फिल्ड में योगदान के लिए सदा सदा के लिए याद किया जाएगा।
जन्म
देश-दुनिया के बड़े वैज्ञानिकों में शुमार प्रोफेसर यशपाल का जन्म 26 नवंबर 1926 को हरियाणा के एक छोटे से गांव में हुआ था। साल 1976 में पद्म भूषण से नवाजे गए प्रोफेसर यशपाल को 2013 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। प्रोफेसर यशपाल ने अपने करियर की शुरुआत टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च से की थी। साल 1973 में सरकार ने उन्हें स्पेस ऐप्लीकेशन सेंटर का पहला डायरेक्टर नियुक्त किया गया था। इसके अलावा 1983-84 में वह प्लानिंग कमिशन के चीफ कंसल्टेंट भी रहे।
प्रोफेसर यशपाल साल 2007 से 2012 तक देश के बड़े विश्व विद्यालयों की बागडोर संभालते रहे। जिनमें से वे दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के वाइस चांसलर भी रहे। साल 2009 में विज्ञान को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाने की वजह से उन्हें UNESCO ने सम्मानित भी किया।