भोपाल। रेलवे के निजीकरण की सरकारी तैयारियों का विरोध होना शुरू हो गया है। इस फैसले को जहां यात्रियों के लिए मुश्किल भरा बताया जा रहा है, वहीं कर्मचारियों के लिए खड़ी होने वाली कई समस्याओं के रूप में भी इसको देखा जा रहा है। राजधानी भोपाल में भी सरकार के इस फैसले के विरोध में आवाज बुलंद होने लगी है।

पश्चिम मध्य रेलवे मजदूर संघ के कार्यकारी अध्यक्ष अमित भटनागर ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों का विरोध जरूरी है। निजीकरण से नौकरियों का संकट बढ़ेगा और बेरोज़गारी के हालात बनेंगे।

मंडल अध्यक्ष राजेश पाण्डेय ने कहा कि निजीकरण किसी के लिए फायदेमंद या सुविधाजनक नहीं है। उन्होंने कहा कि बरसों से रेलवे की सेवा कर रहे कर्मचारियों को पेंशन का लाभ पुरानी व्यवस्था के मुताबिक ही मिलना चाहिए। पांडेय ने कहा कि सरकार के इस फैसले का विरोध सबको एकजुट होकर करना चाहिए। इस मौके पर भूपेश माथुर, एमएस पुरी, कमलेश परिहार, मुकेश गुप्ता, चक्रेश हैं, आलोक त्रिपाठी, आशु भटनागर, वीरेश तिवारी, केएन गुप्ता आदि मौजूद थे।

 

रिपोर्ट, ख़ान आशु

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