उत्तर प्रदेश के प्रयागराज यानी इलाहाबाद से एक चौकाने वाला मामला सामने आया है पत्रकारिता की पढ़ाई कर चुकी एक छात्रा ने पांच पेज का सुसाइड नोट लिखकर जहर खाकर जान दे दी. लड़की की 15 मई को पुलिस इंस्पेक्टर से शादी होने वाली थी लेकिन दहेज की वजह से लड़की को सुसाइड के लिए मजबूर होना पड़ा.
सुसाइड करने वाली लड़की प्रिंशु सिंह फरवरी 2018 में तब चर्चा में आई थी जब उसने कांग्रेस के पूर्व विधायक हेमंत कटारे पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे लेकिन बाद राजनितिक दबाव के चलते उसने आरोप वापिस ले लिए थे. कांग्रेस के पूर्व विधायक हेमंत कटारे पर यौन शोषण का आरोप लगाकर वापस लेने वाली पत्रकारिता की छात्रा प्रिंशु सिंह ने गुरुवार सुबह जहर खाकर जान दे दी. छात्रा ने ये कदम उत्तर प्रदेश में प्रयागराज जिले के झूंसी क्षेत्र में उठाया.
यहां देव नगर में रहने वाले इंस्पेक्टर कालिका प्रताप सिंह (बॉबी) के साथ 12 दिन बाद उसकी शादी तय थी. प्रिंशु ने पांच पेज का एक सुसाइड नोट छोड़ा है. लिखा है कि शादी की पूरी तैयारियां हो चुकी हैं. उन्हें दहेज के 25 लाख भी दे चुके हैं. अब बॉबी के भैया, चाचा मेरी शादी के खिलाफ हो गए हैं, जिनके कारण मैं जान दे रही हूं.
उत्तर प्रदेश के हलधरपुर की रहने वाली 21 साल की प्रिंशू ने 2018 में भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विवि से एमए इन ब्रॉड कास्ट जर्नलिज्म किया था. 15 मई को उसकी शादी फतेहपुर, यूपी में पदस्थ इंस्पेक्टर कालिका प्रताप सिंह से तय थी.
सुसाइड नोट में लिखी हैं ये बातें
नमस्ते, मेरा नाम प्रिंशु सिंह है. दो मई को ये लैटर मैं पूरे होशो-हवास में गाड़ी में बैठकर लिख रही हूं. मैं प्रयागराज कालिका प्रताप सिंह के घर जा रही हूं. जब आप ये लैटर पढ़ रहे होंगे, तब शायद मैं इस दुनिया में नहीं होऊंगी. कालिका को मैं बॉबी बुलाती हूं. अगस्त 2016 में बॉबी से मेरी पहचान फेसबुक पर हुई थी. हम दोनों एक-दूसरे को प्यार करते थे. 8-9 महीने बाद बॉबी मुझसे मिलने भोपाल आए. बॉबी ने मुझसे पूछा कि तुम्हारे घरवाले क्या गिफ्ट (दहेज) देंगे. मैंने कहा 20 लाख रुपये और एक फोर व्हीलर. मेरे पापा उनके घर रिश्ता लेकर गए, जिसे उन्होंने मंजूर कर लिया. उनके भैया झूंसी में मकान खरीद रहे थे. उनके कहने पर बॉबी ने मुझसे 35 लाख कैश और स्विफ्ट मांगी. मेरे परिवार ने इसका विरोध किया, लेकिन मेरी जिद के आगे वे मान गए. पापा ने मथुरा जाकर उन्हें 25 लाख रुपये दे भी दिए. यहीं हमारे पहली बार संबंध बने. 15 मई को हमारी शादी है. शादी की पूरी तैयारियां हो चुकी हैं. कार्ड तक बंट गए हैं. 28 अप्रैल को बॉबी कहने लगे कि मेरे पापा और अरविंद भैया इस शादी के लिए तैयार नहीं हैं. मेरा जीवन इन सबने बर्बाद कर दिया है. भगवान से गुजारिश है इन्हें इनके किए की सजा जीवनभर मिले. अरविंद प्रताप सिंह, बॉबी के चाचा जेपी सिंह, और उनके भैया विश्वनाथ प्रताप सिंह की वजह से मैं जान दे रही हूं. बॉबी ने भी ठीक नहीं किया और मुझे आत्महत्या करने जैसी स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया. मुझे सिर्फ न्याय चाहिए. गुड बाय. -प्रिंशु सिंह.
Adv from Sponsors