केंद्र सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार के . विजय राघवन ने कोरोना महामारी की तीसरी लहर आने की चेतावनी दी है ।सुप्रीम कोर्ट ने भी इस संबंध में अपनी चिंता जाहिर करते हुए केंद्र सरकार से उसकी तैयारियों के बारे में पूछा है ।इस महामारी से निपटने के लिए अभी से तैयारी करना बेहद जरूरी है ।
उल्लेखनीय है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना की दूसरी लहर आने की चेतावनी दी थी ।लेकिन भारत सरकार ने समय रहते आवश्यक कदम नहीं उठाए ।सरकार की इस लापरवाही और अक्षमता का दुष्परिणाम जनता को भुगतना पड़ रहा है ।
तीसरी लहर का सामना करने के लिए मानवीय संवेदना के साथ प्रभावी कार्रवाई करना चाहिए । सभी निजी अस्पतालों को सरकार द्वारा अधिग्रहण कर स्वास्थ्य सेवाओं का राष्ट्रीयकरण करना चाहिए । कोरोना के मरीजों का सम्पूर्ण इलाज निःशुल्क होना चाहिए ।प्रत्येक नागरिक को निःशुल्क वेक्सिन लगाना चाहिए ।
आर्थिक रूप से कमजोर जनता ,मेहनतकशों ,वंचित तबकों को सम्मान जनक आर्थिक मदद और समुचित निःशुल्क राशन ,दूध ,रसोई गैस मिलना चाहिए ।सामान्य स्थिति होने तक यह सुविधाएं जारी रहना चाहिए ।इन व्यवस्थाओं के लिए केंद्र सरकार को तत्काल ही तैयारियां शुरू कर देना चाहिए ।
केरल की वामपंथी सरकार से भी इस संबंध में मार्ग दर्शन लेना बेहद जरूरी है ।जनता के जीवन की रक्षा करना किसी भी सरकार का नैतिक दायित्व है ।