मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना ने प्रतीक के राजनीति में आने की बात पर सहमति जता दी है. अब प्रतीक को यह तय करना है कि वे राजनीति में आने का फैसला कब लेते हैं. साधना ने कहा, वे ऐसा चाहती हैं कि प्रतीक राजनीति में आएं. उनके बयान से ऐसा लग रहा है कि चुनाव के बाद यह फैसला लिया जा सकता है.
पारिवारिक विवाद पर साधना ने कहा कि इसका असर चुनाव पर पड़ेगा, लेकिन वे इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराती हैं. वे कहती हैं कि यह सब वक्त ने कराया है. अगर लोग आपस में बातचीत करते तो यह समस्या पैदा ही नहीं होती. इसके बावजूद किसी को नेताजी का अपमान नहीं करना चाहिए था.
उनकी बातों में शिवपाल के प्रति उनका स्नेह झलकता है. उन्होंने कहा कि शिवपाल ने नेताजी की बहुत सेवा की है. वह व्यक्ति पार्टी में तो रहने लायक है ही न. इस साजिश के पीछे उनका हाथ होने पर उन्होंने कहा कि जान-बूझकर कुछ लोगों ने ऐसी खबरें फैलाई गईं.
नेताजी ने राजनीति में आने से रोका
साधना ने कहा कि वे पहले ही राजनीति में आना चाहती थीं, लेकिन नेताजी ने ऐसा नहीं करने दिया. वे अक्सर कहते थे, हम तो हैं ही न काम करने के लिए, फिर राजनीति में आने की क्या जरूरत? उन्होंने कहा, अब ऐसा लगता है कि जरूरत है आगे आने की.
राजनीति में नहीं, तो कम से कम सोशल वर्क तो खुलकर कर सकते हैं. आगे उन्होंने कहा कि हमारा बेटा प्रतीक राजनीति में जाए. हम ऐसा अपने लिए नहीं चाहते हैं. हालांकि इसपर अखिलेश ने कहा कि जिसको राजनीति करनी हो करे. राजनीति के दरवाजे सबके लिए खुले हैं, लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है.