नई दिल्ली (ब्यूरो, चौथी दुनिया)। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर गहमागहमी तेज होती जा रही है। बीजेपी के प्रतिनिधि तमाम दलों के दरवाजों पर फोटों खिचाते दिखाई दे रहे हैं। अब तक सभी दल अपने तरफ से नाम सुझाने से बचती नजर आ रहे हैं। फिलहाल सस्पेंस बरकरार है और तमाम नामों पर कयासबाजी का दौर चल रहा है।
इधर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मुलाकात करने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पहुंचे। भागवत के पहुंचते ही अटकलबाजी फिर से तेज हो चली। हालांकि आरएसएस के सत्रों किसी भी संभावना से इनकार कर रहे हैं। भागवत संघ से जुड़े एक कार्यक्रम के लिए रूद्रपुर पहुंचे थे, जहां से वह राष्ट्रपति से मुलाकात करने दिल्ली पहुंचे थे। भागवत जहां राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की खबरों को खारिज करते रहे हैं, वहीं राष्ट्रपति मुखर्जी भी कह चुके हैं कि वह दूसरे कार्यकाल में दिलचस्पी नहीं रखते है।
इधर सबकी निगाहें अमित शाह और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की मुलाकात पर टिकी हुई हैं। राष्ट्रपति पर AIADMK का समर्थन मिलने के बाद बीजेपी मजबूत अवस्था में है। शिवसेना पहले अपनी पसंद के तौर पर भागवत और स्वामीनाथन का नाम आगे कर चुकी है। ऐसे में अब अमित शाह उद्धव के सामने बीजेपी के उम्मीदवार का नाम रखेंगे। फिलहाल सस्पेंस गहराता जा रहा है। किसी भी चेहरे पर सियासी दल एकमत होते दिखाई नहीं दे रहे।