भोपाल: मध्य प्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट से इस बार चुनावी मुकाबला काफी रोचक होने वाला है. हमेशा से ही यह सीट कांग्रेस के लिए सुरक्षित सीट मानी जाती थी. लेकिन प्रज्ञा साध्वी को बीजेपी की तरफ से मैदान में उतारने के बाद यह सीट अब काफी निर्णायक भूमिका में दिखाई दे रही है.
इस लोकसभा सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार की तरफ से लगातार विवादित बयान भी आ रहे हैं. कुछ दिन पहले ही प्रज्ञा साध्वी ने मुंबई 26/11 हमले में शहीद हुए पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे का अपमान किया था. जिसके बाद साध्वी प्रज्ञा सिंह के बचाव में ना सिर्फ बीजेपी दिखी बल्कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी प्रज्ञा साध्वी का बचाव करते हुए दिखाई दिए.
अब एक बार फिर साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अपने नामांकन से पहले एक और विवादित बयान दिया है नामांकन से पहले उन्होंने एक सभा को संबोधित किया इस सभा में भारी संख्या में साधु संतों का जमावड़ा था. इसके अलावा उन्होंने यह कहा कि वह राजनीति में धर्म को बचाने आई है चाहे उसके लिए उन्हें कुछ भी करना पड़े धर्म में राजनीति और राजनीति में धर्म यह कोई नया खेल नहीं है यह हमेशा से ही होता रहा है.
लेकिन जिस तरह से पिछले 5 साल में राजनीति में धर्म को जबरन घुसाया जा रहा है, जिस तरह से नफरत की राजनीति देशभर में फैलाई जा रही है, यह स्वस्थ लोकतंत्र के लिए काफी खतरनाक है और ऐसे में यह न सिर्फ मतदाताओं बल्कि देशवासियों को भी सोचना होगा, कि देश में नफरत की राजनीति ना फैले इसके लिए उन्हें क्या करना चाहिए? फिलहाल मध्य प्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है देखना है कि इस बार सुरक्षित कांग्रेस बाजी मारती है या फिर धर्म की आड ले रही बीजेपी यह नया इतिहास बनाती है?