गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता, अखिल भारतीय मताधिकारी संघ के संस्थापक और इंडिया अंगेस्ट करप्शन के पूर्वी भारत के प्रभारी पंकज नाथ कलकी ने सरकारी योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरुद्ध व्यापक आन्दोलन छेड़ रखा है. जनपद सीतापुर के 19 विकासखंडों में करीब पांच सौ किलोमीटर पैदल यात्रा कर ग्रामीणों की भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायतों को प्रधानमंत्री तक पहुंचाने के लिए शुरू हुई कलकी की पहल सामाजिक न्याय यात्रा खासा जन-समर्थन जुटा रही है. यात्रा के दौरान ग्रामीणों ने उनका स्वागत किया और उन्हें हजारों शिकायती पत्र सौंपे.
जनता के शिकायती-पत्रों में ज्यादातर सरकारी अस्पतालों में भ्रष्टाचार, पेंशन योजना में अनियमितता, पुलिस और आबकारी विभाग के संरक्षण में अवैध शराब का धंधा, सड़क और जल निकासी की समस्या, ग्रामीण बैंक अधिकारियों के भ्रष्टाचार, सरकारी विभागों के भ्रष्टाचार, गन्ना समितियों द्वारा पर्चियों में घोटाला और घटतौली, ट्यूबवेल और नहरों में सिंचाई के लिए पानी की समस्या, मनरेगा में भ्रष्टाचार और भुगतान की समस्या, प्रधानमंत्री आवास योजना में अवैध वसूली, राशन कार्ड और राशन वितरण में भ्रष्टाचार, पुलिस उत्पीड़न, निजी अथवा सार्वजनिक स्थानों पर अवैध कब्जे, स्ट्रीट लाइटों एवं शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार और खाद/बीज की सब्सिडी न मिलने की समस्याएं भरी पड़ी हैं. पदयात्रा के गांवों की बदतर स्थितियां सामने दिखीं.
सरकार गरीबों के जीवन में बदलाव लाने के लिए अनेक योजनाएं चलाती है, जिसके लिए हजारों करोड़ रुपए का बजट खर्च होता है. लेकिन वह गांव के गरीब-गुरबों तक पहुंचता ही नहीं. सरकारी योजनाओं को गरीबों और जरूरतमंदों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी सांसद, विधायक, डीएम, सीडीओ, एसडीएम, बीडीओ, वीडीओ, ब्लॉक प्रमुख, ग्राम प्रधान, जिला पंचायत अध्यक्ष, विकास भवन व जिला मुख्यालय पर बैठे अधिकारियों की होती है. लेकिन ये सब खाऊ हैं, जनता का धन खा जाते हैं. मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक लोगों की शिकायतें पहुंच ही नहीं पातीं. कलकी को अब तक करीब 11,000 शिकायती पत्र प्राप्त हो चुके हैं.
यात्रा के समापन तक 25,000 शिकायती पत्र जमा हो जाएंगे, जिन्हें सीतापुर के जिलाधिकारी को सौंपा जाएगा. जिलाधिकारी के जरिए सारे शिकायती पत्र प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंचेंगे. यात्रा में लोगों की भागीदारी और शिकायतों को देखते हुए हरकत में जिला प्रशासन ने एक वर्ष से लम्बित पड़े करीब एक हजार राशन कार्ड बनवाकर पात्रों के घर भेजा. इस दरम्यान मुख्य सचिव राजीव कुमार के बुलावे पर कलकी की मुलाकात मुख्य सचिव से भी हुई और जनता की तकलीफें सत्ता गलियारे तक पहुंचीं. कलकी के अभियान को बल देने के लिए मार्च महीने में अन्ना हजारे के भी सीतापुर पहुंचने की चर्चा है.