नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती हुई कीमतों को पर्यटन राज्यमंत्री केजे अल्फोंस ने सही ठहराया है. अल्फोंस ने कहा कि पेट्रोल और डीजल खरीदने वाले लोग भूख से नहीं मर रहे हैं. लेकिन इस बयान के बाद अल्फोंस की जमकर आलोचना की जा रही है. शायद अल्फोंस सरकारी खर्च पर अपनी गाडी दौड़ाते हैं इसी वजह से उन्हें डीज़ल और पेट्रोल के दामों से कोई दिक्कत नहीं है.
उन्होंने कहा कि जो लोग पेट्रोल और डीजल खरीद रहे हैं उन्हें टैक्स देना ही होगा. पेट्रोल कौन खरीदता है? जिसके पास कार और बाइक है, वही पेट्रोल और डीजल खरीदता है और वह भूख से नहीं मर रहा. जो लोग इसे वहन कर सकते हैं उन्हें टैक्स देना होगा.
पर्यटन राज्य मंत्री ने कहा कि हमने टैक्स लगाया है ताकि देश के गरीबों को एक बेहतर जीवन मिल सकें. उन्हें शौचालय की सुविधा मिले, आवास मिले. पेट्रोलियम उत्पादों से जो भी पैसा इकट्ठा हो रहा है, उसे हमारे प्रधानमंत्री या मंत्री चुरा नहीं रहे हैं. सरकार ने यह फैसला सोच समझ कर लिया है.
अब नेता जी के इस बेहद गैर जिम्मेदाराना बयान के बाद जनता की उम्मीद सरकार से उठ गयी है. नेता जी की नज़रों में आम आदमी बेहद ही संपन्न है और इसी वजह से वो पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें बढ़ाकर गरीबों की मदद करना चाहते हैं और जनता जब तक भूख से नहीं मरने लगती तब तक उनके लिए बढ़ी हुई तेल की कीमतें बिल्कुल सही हैं.