पटना: सीमांचल में अपनी कमजोर पड़ती पकड़ को वापस पाने के लिए भाजपा ने यूपी के सीएम और फायर ब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ को आगे कर दिया है। पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में सीमांचल के चारों जिले के लगभग 15 हजार कोर कार्यकर्ताओं को उन्होंने चुनावी मंत्र दिया। योगी के हुंकार के बाद सीमांचल में भाजपा के कैडर में नई उर्जा का संचार हुआ है।
गौरतलब है कि पिछले चुनाव में मोदी लहर के बावजूद सीमांचल की चारों सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। किशनगंज में कांग्रेस तो पूर्णिया में जदयू को सफलता हाथ लगी थी। कटिहार में तारिक अनवर जीते थे तो अररिया में राजद के तस्लीमुद्दीन विजयी रहे। उस समय लोगों को लगा कि जब पूरे देश में भाजपा ने जीत दर्ज की यहां तक की शेष बिहार में भी रिकार्ड तोड़ सफलता हाथ लगी तो आखिर सीमांचल में क्या हो गया। कई दौर के मंथन से जो नतीजे निकले उसका लब्बोलुआब यह था कि सीमांचल में मुस्लिम वोटों का तो धुवीकरण ढंग से हो गया पर हिंदू वोटों में भारी बिखराव रहा।
यही वजह रही कि अपने ही गढ़ में भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा। उन गलतियों से सबक लेते हुए भाजपा के रणनीतिकारों ने इस बार पहले से ही योगी आदित्यनाथ को आगे कर अपनी गलतियों को सुधारने का काम शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ का सीमांचल दौरा आगे भी लगा रहेगा ताकि 2014 की गलती 2019 में ना दोहराई जाए।