ग्रेटर नोएडा में मेगा फूड पार्क के लिए अखिलेश यादव द्वारा बाबा रामदेव की पतंजलि को दी गई जमीन निरस्त किए जाने की खबरों के बीच योगी सरकार पतंजलि की शर्तों के मुताबिक नियमों में संशोधन के लिए तैयार हो गई है। सीएम योगी के निर्देश के बाद मुख्य सचिव ने इस विषय पर बैठक बुलाई। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में नियमों में संशोधन का फैसला लिया गया है।
पतंजलि के प्रवक्ता एसके तिजरावाला ने कहा, ‘हम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से दी गई सुनिश्चितता पर विश्वास करते हैं। मुख्यमंत्री ने खुद पतंजलि के मैनेजिंग डायरेक्टर आचार्य बालकृष्ण और बाबा रामदेव से बात करके सहयोग देने का भरोसा दिया है।’ उन्होंने कहा कि पतंजलि फूड पार्क को ग्रेटर नोएडा में ही रखा जाएगा।
इससे पहले पतंजलि आयुर्वेद के मैनेजिंग डायरेक्टर और पतंजलि योगपीठ के सह-संस्थापक आचार्य बालकृष्ण ने कहा था, ‘प्रदेश सरकार के निराशाजनक रवैये को देखते हुए हम उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित फूड पार्क को शिफ्ट कर रहे हैं। इससे राज्य के किसानों की स्थिति में कोई सुधार नहीं होने वाला है।’ हालांकि सीएम योगी के आश्वासन के बाद अब राज्य सरकार और पंतजलि के बीच दिख रही खटास खत्म होती दिख रही है।
आपको बता दें कि 2016 में अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री रहते हुए नोएडा में यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में पतंजलि फूड पार्क का शिलान्यास किया गया था। उस वक्त दावा किया गया था कि यह फूड पार्क शुरू होने से लगभग 10,000 लोगों को नौकरी मिल जाएगी। इस प्रॉजेक्ट में पतंजलि ग्रुप 1600 करोड़ रुपये का निवेश करने वाला है।