राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव ने जबसे अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय को तलाक देने की अर्जी कोर्ट में दाखिल की है, तब से ही लालू प्रसाद परेशान दिख रहे हैं. कई बीमारियों से जूझ रहे लालू पारिवारिक मुश्किलों से ज्यादा चिंतित और विचलित हैं. इस वक्त उन्हें परिवार से दूर रहना काफी खल रहा है. करीबियों की मानें तो पारिवारिक विवाद इतना तूल नहीं पकड़ता, अगर लालू बाहर होते. यही वजह है कि यहां रिम्स में इलाज करा रहे लालू का घर-परिवार से दूर रहना, उनके बड़े कुनबे के लिए भारी पड़ रहा है.
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तेजप्रताप ने परिवार से बनाई दूरी
छठ के मौके पर भी लालू यादव अपने परिवार के लोगों के साथ नहीं थे, जिसके कारण इस महत्वपूर्ण आयोजन तक से परिवार वंचित रहा. बड़े पुत्र तेजप्रताप का रूख लालू की सोच के मुताबिक नहीं है. तेजप्रताप ने खुद को परिवारवालों से दूर कर लिया है, ताकि कोई उनपर दबाव ना बना सके. वे पटना में रहकर भी घर से दूर-दूर रह रहे हैं. ऐसे में उन्होंएने परिवारवालों के साथ अब राजद नेताओं से भी दूरी बना ली है. ऐसा इसलिए कि जिस दिन तेजप्रताप की तलाक याचिका पर पहली सुनवाई थी, उसदिन वहां राजद का कोई नेता मौजूद नहीं था.
लालू ने लगाई थी फटकार
तेजप्रताप जब पत्नी से तलाक की अर्जी कोर्ट में लगाने के बाद पिता से मुलाकात करने पहुंचे थे, तो उन्होंने समझाने के साथ-साथ तेजप्रताप को फटकार भी लगाई थी. हालांकि इसका कुछ खास असर नहीं पड़ा. तेजप्रताप अभी भी अपनी जिद पर अड़े हैं. ऐसे में लग रहा है कि पहले से तमाम परेशानियां झेल रहे लालू परिवार की मुश्किलें तेजप्रताप ने और बढ़ा दी है. ऐसे में तेजप्रताप को लेकर अब पार्टी के नेताओं के रूख भी बदलने लगे हैं. तेजप्रताप जब बिहार विधानसभा के शीतकालिन सत्र के अंतिम दिन विधानसभा पहुंचे, तो वहां भी राजद का कोई नेता मौजूद नहीं था.
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तेपप्रताप को बहकाने वाले को ढूंढे़गा परिवार
राजद प्रमुख लालू प्रसाद का परिवार इन दिनों उस शख्स की तलाश में है, जो तेजप्रताप को घरेलू विवाद के लिए उकसा रहा है. संदेह के आधार पर कई नाम सामने आ रहे हैं. लेकिन पुख्ता सबूत न मिलने के कारण कोई किसी का नाम नहीं ले रहा है. सबसे अधिक शक तेज के मामा पूर्व सांसद अनिरूद्ध प्रसाद ऊर्फ साधु यादव पर है. कभी लालू प्रसाद ने अपनी हार के लिए साधु यादव जैसे लोगों को जिम्मेदार ठहराया था. लेकिन, साधु साफ कह रहे हैं कि लालू परिवार के किसी भी मामले में उनकी दखलंदाजी नहीं है. वे इस चर्चा को भी खारिज कर रहे हैं कि तेज के लिए अलग घर देने की पैरवी किसी मंत्री से की. साधु बोले-तेज की नाराजगी की वजह घर में ही है. हमसे तो मुलाकात भी नहीं होती है.