नरेंद्र मोदी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर की गई टिप्पणी को लेकर मंगलवार को संसद के दोनों सदनों में हंगामा हुआ. लोकसभा में इस हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई. वहीं राज्यसभा में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने प्रधानमंत्री से माफी मांगने की बात कही. गौरतलब है कि सोमवार को भी इस मुद्दे पर संसद हंगामे की भेंट चढ़ गई थी. दोनों ही सदनों में प्रश्नकाल नहीं हो पाया था. कांग्रेस समेत अन्य सदस्यों ने संसद के दोनों सदनों में टिप्पणी को लेकर हंगामा किया था और नारेबाजी करते हुए मोदी से माफी मांगने की बात कही थी. इसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई थी.
गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि डॉ. मनमोहन सिंह की देश के प्रति ईमानदारी रही है और इसे लेकर कोई सवाल नहीं उठा सकता. पीएम मोदी को सदन में आकर इसके लिए सफाई देनी चाहिए. सोमवार को लोकसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री का अपमान हुआ है. यह कोई छोटी बात नहीं है. खड़गे ने अध्यक्ष से इस पर अपनी बात रखने की अनुमति मांगी थी. हालांकि लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने विपक्षी सदस्यों के कार्यस्थगन का नोटिस नामंजूर कर दिया.
गौरतलब है कि गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान पालनपुर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि पाकिस्तान राज्य के विधानसभा चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने दावा किया था कि कुछ पाकिस्तानी अफसर और मनमोहन सिंह ने 6 दिसंबर को मणिशंकर अय्यर के घर पर डिनर के दौरान एक सीक्रेट मीटिंग की थी.