आतंकवाद पर भारत और दुनिया का दबाव झेल रहे पाकिस्तान ने एक बार फिर इसे लेकर लचीला रुख अपनाया है. पाकिस्तान ने कहा कि पुलवामा हमले में जैश-ए-मोहम्मद की संलिप्तता को सिद्ध करने के लिए भारत ने कोई भी ‘कार्रवाई योग्य साक्ष्य’ उपलब्ध नहीं कराए हैं. यहां यह जानना जरूरी है कि पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी खुद जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी.

भारत ने भी इस आतंकी घटना में जैश की संलिप्तता के सबूत पाकिस्तान को दिए हैं. इसके बावजूद पाकिस्तान इस संगठन पर कार्रवाई करने की बजाए भारत से लगातार सबूत मांग रहा है. इसी सिलसिले में पाकिस्तान ने कुछ दिनों पहले भारत से कुछ और सवाल भी पूछे हैं.

पाकिस्तानी विदेश विभाग के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि अब तक पूर्व में पूछे गए सवालों के जवाब भी भारत द्वारा नहीं दिये गए हैं.फैसल ने कहा कि पाकिस्तान ने पुलवामा डॉजियर पर भारतीय उच्चायोग को कुछ और सवाल सौंपे हैं. उन्होंने कहा, “हम भारत से साझा किये गए सवालों पर उनकी प्रतिक्रिया चाहते हैं.”

प्रवक्ता ने कहा कि भारत ने 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के संबंध में अब तक कोई भी “कार्रवाई योग्य जानकारी” उपलब्ध नहीं कराई है. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान के पास ‘विश्वसनीय खुफिया जानकारी’ है कि भारत इस महीने पाकिस्तान के खिलाफ ‘दुस्साहसिक’ कार्रवाई कर सकता है. इससे पहले पाकिस्तान ने कहा था कि उसे जैश-ए-मोहम्मद और पुलवामा आतंकी हमले में कोई संबंध नहीं मिला है.

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