माओवादी विचारधारा वाले रिवोल्यूशनरी लेखर पी. वारा वारा राव को पुणे पुलिस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हत्या की साजिश रचने के आरोप में हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया है. बता दें, कुछ समय पहले रोना विल्सन के घर छापेमारी में पुलिस ने एक चिट्ठी बरामद की थी, जिसमें पीएम मोदी की हत्या की साजिश का खुलासा हुआ था.
78 वर्षीय राव को पहले कड़ी सुरक्षा के बीच मेडिकल जांच के लिए सिकंद्राबाद के गांधी अस्पताल लेकर जाया गया. इसके बाद उन्हें हैदराबाद की स्थानीय अदालत में शाम को कोर्ट में पेश करने के बाद पुणे लाया जा सकता है.
दरअसल, पुणे पुलिस द्वारा नक्सली गतिविधियों के संबंध में गिरफ्तार किए गए पांच लोगों में से एक, दिल्ली निवासी सामाजिक कार्यकर्ता रोना विल्सन के घर से एक पत्र बरामद हुआ था, जिसमे राजीव गांधी जैसी घटना की एक योजना बनाने का उल्लेख किया गया था और कहा गया था कि मोदी को उनके रोड शो के दौरान निशाना बनाया जाएगा.
पत्र के सामने आने के बाद पुलिस ने पूर्व में भी कई जगहों पर छापा मारा था, ये अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है. पुलिस ने महाराष्ट्र, गोवा, तेलंगाना, दिल्ली और झारखंड में एक साथ छापे मारे हैं. मंगलवार को पुलिस ने करीब सात घंटे तक राव के गांधी नगर के घर और उनके दो करीबी पत्रकार, इंग्लिश एंड फॉरेन लैंग्वेज यूनिवर्सिटी (ईएफएलयू) में एक प्रोफेसर समेत साथ अन्य के यहां पर सघन तलाशी ली उसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई.
बता दें कि गिरफ्तारी के बाद से राव के घर पर तनाव पैदा हो गया है और इस गिरफ्तारी के विरोध में काफी बड़ी संख्या में उनके समर्थक और कई संगठनों के प्रतिनिधि इकट्ठा हो गए हैं. पीओडब्ल्यू की प्रसिडेंट पी. संध्या ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र पुलिस की तरफ से वारा राव की गिरफ्तारी एक बड़ा अत्याचार है और उनके खिलाफ गलत केस लगाया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचने का खुलासा होते ही केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सुरक्षा एजेंसियों और संबंधित विभागों को प्रधानमंत्री की सुरक्षा बढ़ाने के दिए हैं.