बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पेगासस विवाद को लेकर विपक्षी दलों की ओर से की जा रही संसद में चर्चा और जांच की मांग का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि फोन टैपिंग की बात इतने दिनों से आ रही है, इस पर जरूर चर्चा होनी चाहिए। ऐसे विषयों पर एक-एक बात को देख करके उचित कदम उठाना चाहिए। क्या हुआ है, क्या नहीं हुआ है, संसद में कुछ लोग बोल रहे हैं और जो समाचार पत्रों में आता है वही देखते हैं हम। नीतीश कुमार ने कहा, लेकिन जो भी है उसकी ठीक से जांच होनी चाहिए और जो भी सच्चाई है वो सामने आनी चाहिए।

संसद के मौजूदा सत्र में पेगासस जासूसी मुद्दे पर दोनों सदनों की कार्यवाही ठप है। इस मुद्दे पर  सरकार की ओर से बहस के लिए तैयार ना होने के बाद मंगलवार को एक बार फिर विपक्षी दल बैठक करेंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ये बैठक बुलाई है। इस बैठक में विपक्ष के 14 से ज्यादा दल शामिल होंगे। कांस्टीट्यूशन क्लब में सुबह 9 बजे ये बैठक होगी। बीते हफ्ते भी इसको लेकर विपक्ष के 14 दलों ने बैठक की थी।

संसद का मानसनू सत्र 19 जुलाई को शुरू हुआ था लेकिन पेगासस के मुद्दे पर विपक्ष की जांच की मांग और सरकार के इस पर राजी ना होने के चलते संसद में बहुत कम बहस हुई है। सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध के चलते दोनों सदनों, राज्‍यसभा और लोकसभा में लगातार कार्यवाही स्थगित हो रही है।

एआईएमआईएम के प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी पेगासस जासूसी कांड को लेकर मोदी सरकार पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया है। उन्होंने सवाल किया है कि पेगासस मुद्दे पर चर्चा न कराकर सरकार आखिर क्या छिपाना चाह रही है।

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