दुनिया में कई रहस्य मौजूद हैं. रहस्यमयी देशों में से एक नाम है हमारे देश का. भारत के कई राज्यों में बहुत सी रहस्यमयी चीजें हैं, जिनपर विश्वास करना मुश्किल होता है. ऐसा ही कुछ गुजरात शहर में देखने को मिलता है. दरअसल, यहां समुद्र किनारे एक आलीशान बिल्डिंग है, जो किसी महल की तरह लगती है. लेकिन आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि यह कोई महल नहीं बल्कि एक जेल है.
यहां हम बात कर रहे हैं दीव की. केंद्रशासित प्रदेश के रूप में जाने वाले दीव की एक जेल की भव्यता देखकर आश्चर्यचकित हो जाएंगे. किसी जमाने में यह जगह पुर्तगाल की कॉलोनी के भीतर आती थी.
साथ ही आपको ये जानकर भी हैरानी होगी कि इस जेल में सिर्फ एक ही कैदी को रखा गया है. जी हां, इस पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन इतने बड़े जेल में सिर्फ एक ही कैदी रहता है. इसके पीछे भी एक कारण है.
दरअसल, 2013 में इस जेल को बंद करने की घोषणा कर दी गई थी. तब से यहां कैदियों का आना मना है. कुछ सालों पहले यहां 7 कैदी हुआ करते थे, जिनमें 2 महिलाएं भी शामिल थीं. लेकिन किन्हीं कारणों से उनमें से 4 का स्थानांतरण गुजरात की अमरेली जेल में कर दिया गया, वहीं 2 कैदियों की सजा की अवधि पूरी हो गई थी लिहाजा उन्हें रिहा कर दिया गया. इसलिए अब सिर्फ एक ही कैदी रह गया है.
इस कैदी का नाम दीपक कांजी है और उसकी उम्र 30 साल है. दीपक कांजी पर आरोप है कि उसने अपनी पत्नी की जहर देकर हत्या कर दी थी. जेल में दीपक कांजी सिर्फ अकेले रहते हैं इसलिए उनकी सुरक्षा में 5 सिपाही और 1 जेलर की तैनाती की गई है. सभी की शिफ्ट घंटों के हिसाब से तय की गई है.
जिस बैरक में दीपक रह रहा है. वह 20 कैदियों की जगह वाला बैरक है. उसके लिए खाने का बंदोबस्त पास के रेस्टोरेंट से किया गया है. वहीं उसे जेल में कुछ समय के लिए दूरदर्शन व अन्य अध्यात्मिक चैनल देखने की अनुमति है. उसे जेल के भीतर गुजराती अखबार और मैगजीन दी जाती हैं. इसके अलावा शाम 4 से 6 बजे तक के बीच वह दो सिपाहियों के साथ खुली हवा में टहल भी सकता है.
साथ ही आपको बता दें कि ये करीब 475 साल पुरानी है.