श्रीलंका से उठा ओखी चक्रवात दक्षिण भारत में तबाही मचाने के बाद अब मुम्बई और गुजरात को अपनी जद में लेने लगा है. सोमवार को यह महाराष्ट्र से गुजरात की ओर बढ़ गया. यह 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सूरत की ओर बढ़ रहा है. सूरत में यह चक्रवात तेल के कुओं पर गहरा असर डाल सकता है. इसका असर गुजरात में चुनाव प्रचार पर भी पड़ रहा है. ओखी चक्रवात के कारण भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की कई रैलियां रद्द कर दी गई हैं. अमित शाह महुवा सिहोर और राजुला में रैली करने वाले थे.
इससे पहले ओखी की वजह से मुम्बई में सोमवार शाम जमकर बारिश हुई. इसके कारण महाराष्ट्र सरकार ने स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा कर दी है. बताया जा रहा है कि इस चक्रवात का असर 6 दिसंबर तक देखने को मिलेगा. इसे लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है और सबको समुद्र तट से दूर रहने की सख्त हिदायत दी गई है. राहत और बचाव कार्यों में 13 शिप, 2 डोर्नियर और 3 एयरक्राफ्ट लगाए गए हैं. सूरत की तेल कंपनियों को भी अलर्ट जारी कर दिया गया है और कहा गया है कि जरूरत न हो, तो काम बंद रखा जाए.
कोस्ट गार्ड की तरफ से कहा गया है कि यह सुनामी के बाद दूसरा सबसे बड़ा बचाव अभियान है. इसमें कोस्ट गार्ड के 1500 से ज्यादा जवान चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभियान में जुटे हैं. कोस्ट गार्ड के जवानों ने पिछले 5 दिन में 180 लोगों की जान बचाई है. वहीं 1000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. इस चक्रवात के कारण लापता हुए सैकड़ों मछुआरों की तलाश अब भी जारी है.