ओडिशा में चक्रवाती तूफान तितली ने भयंकर रूप धारण कर लिया है. तूफान के प्रभाव से एक तरफ जहां 140 से 150 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है तो वहीं दूसरी तरफ राज्य के विभिन्न जिलों में भारी बारिश हो रही है. ओडिशा के बाद अब मौसम विभाग ने उत्तराखंड में भी तूफान का अलर्ट जारी किया है. वहीं यहां के सात जिलों को सबसे ज्यादा खतरा बताया है. पुलिस प्रशासन भी इसे लेकर सतर्क हो गया है. दिल्ली में भी मौसम शुष्क है लेकिन, अलवर, मथुरा और आगरा में हुई बारिश का असर यहां देखने को मिल रहा है. अधिकतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है तो वहीं न्यूनतम तापमान भी कम हुआ है.
तूफान को लेकर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की समीक्षा बैठक
तूफान से निपटने के लिए राज्य सचिवालय में बुधवार को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने विभिन्न विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए जीरो कैजुएल्टी पर जोर दिया था और कहा था कि इस हेतु जो भी ज़रूरी कदम उठाने की ज़रूरत हो वो उठाएं जाएं. निचले इलाके के लोगों को फौरन सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि बाढ़ आश्रय स्थल में रहने वाले लोगों को पका हुआ खाद्य, शुद्ध पेयजल, स्वास्थ्य सेवा की बेहतर व्यवस्था की जाए.
रेल सेवाएं प्रभावित
चक्रवाती तूफान तितली के भयंकर रूप धारण करने के बाद पूर्वतट रेलवे ने बुधवार रात 10 बजे से खुर्दारोड एवं आन्ध्र के विजयनगरम के बीच ट्रेन यातायात को रद्द कर दिया है. अगला आदेश न आने तक इस रूट में ट्रेन सेवाएं रद्द होने की घोषणा बुधवार अपराह्न को पूर्वतट रेलवे की तरफ से की गई है. जानकारी के अनुसार कुछ दुरगामी ट्रेन को नागपुर-विजयवाड़ा देकर डाइवर्ट किया गया है. उसी तरह पुरी से छूटने वाली कुछ ट्रेनों के समय में भी बदलाव किया गया है. खडग़पुर से ओडि़शा होकर चेन्नई की तरफ जाने वाली ट्रेनों को शाम 5 बजकर 15 मिनट के बाद भद्रक स्टेशन से पहले ही रोक देने का निर्देश जारी किया गया है. वहीं आन्ध्र प्रदेश के हैदराबाद एवं विशाखापट्टनम से आने वाली ट्रेनों को शाम 6 बजकर 40 मिनट के बाद दुभाड़ा स्टेशन के पास रोक दिया जाएगा.
तूफान के कारण बाजारों में बढ़ी लोगों की भीड़
तूफान तितली के भयंकर रूप धारण करने की खबर मिलने के बाद बुधवार को बाजार में लोगों की खासी भीड़ देखी गई. राजधानी में लोग खाद्य सामग्री खरीदकर अपने-अपने घरों में एकत्रित करने में जुट गए हैं. इसका फायदा उठाते हुए कुछ व्यापारियों ने खाद्य सामाग्री की अचानक कीमतें बढ़ा दी है. कुछ जगहों पर आलू-प्याज़ जैसे ज़रूरी खाद्य सामग्री बाजार से गायब हो गई है. व्यापारियों की इस तरह की हरकत से लोगों की मुसीबत बढ़ गई है. हालांकि खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सूर्य नारायण पात्र ने कहा है कि खाद्य सामग्री को लेकर उपभोक्ता चिंता ना करें. पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री मौजूद है. किसी भी जगह से काला बाजारी की खबर मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. ऊंचे दर पर सामग्री बिक्री करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का मंत्री ने निर्देश दिया है.