नई दिल्ली, (विनीत सिंह) : ओबामा प्रशासन ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह यानी एनएसजी का सदस्य बनने की भारत की मुहिम में रोड़े अटकाने के लिए चीन पर निशाना साधा है. ओबामा प्रशासन की ओर से कहा गया है कि यह कम्युनिस्ट देश नई दिल्ली के प्रयास में ‘अवरोधक’ की तरह काम कर रहा है.
दक्षिण एवं मध्य एशिया मामलों की सहायक विदेश मंत्री निशा देसाई बिस्वाल ने स्पष्ट रूप से एक अवरोधक है, जिसे ठीक करने की ज़रुरत है और वो चीन है. यह बयान तब आया है जब ओबामा का कार्यकाल ख़त्म हो चूका है.
निशा ने कहा की राष्ट्रपति ओबामा इस समूह में भारत के प्रवेश का समर्थन करते है. उन्होंने कहा कि भारत का एनएसजी सदस्य नहीं बन पाना निराशाजनक है, लेकिन ओबामा प्रशासन भारत के ‘मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था’ (एमटीसीआर) में प्रवेश से खुश है.
चीन एनएसजी में भारत की एंट्री का लगातार विरोध कर रहा है. उसका कहना है कि बिना परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर हस्ताक्षर किए किसी भी देश की इस समूह में एंट्री नही मिल सकती.