बहुचर्चित इंडो पोलिश एक्शन थ्रिलर फीचर फिल्म ‘नो मीन्स नो’ के निर्देशक विकाश वर्मा ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए फिल्म की वर्ल्डवाइड रिलीज़ डेट जो कि 22 मार्च 2021 थी, उसको आगे बढ़ाते हुए ५ नवंबर 2021 कर दिया है. ऐसे में विकाश वर्मा का कहना है कि जब तक देशभर और दुनिया भर में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती और दर्शकों के लिए पूरी तरह से मल्टीप्लेक्स और थियेटर्स को खोल नहीं दिया जाता है तब तक फिल्म को प्रदर्शित नहीं किया जाना चाहिए, ताकि दर्शकों के जान के साथ लापरवाही ना हो. विकाश वर्मा ने अपने नुकसान से ऊपर उठकर दर्शकों की ज़िन्दगी का ख्याल रखा है. देश और दुनिया में भले ही कोरोना का कहर कम हो गया है लेकिन अब भी मल्टीप्लेक्स और थियेटर पूरी तरह से जनता के लिए खोले नहीं गए हैं.

दिल्ली स्थित विदेशी दूतावास में पोलैंड के हाई कमिश्नर एडम बुराकोव्स्की (Adam Burakowski) ने विकाश वर्मा से फोन पर बात करके फिल्म की जानकारी ली.और पोलिश काउन्सिल जनरल माननीय डैमियन इरज़ीक (Damian Irzyk) के साथ लम्बी मीटिंग के बाद पोलैंड में सिनेमाघर खुलने को लेकर अनिश्चितता का पता चला जिसके बाद टाइम्स ऑफ़ इंडिया और पोलैंड के समाचार पत्रों में कोरोना की खबरों के आधार पर ये निर्णय लिया गया कि ‘नो मीन्स नो’ को पोस्टपोन किया जाए.

आपको बता दे कि फिल्म का ट्रेलर 3 मार्च को रिलीज किया गया था, जिसको अब तक करोड़ों लोगों ने देखा है. और इस फिल्म के ट्रेलर को बेस्ट इंटरनेशन ट्रेलर का शो बिज (Show Bizz) अवार्ड भी मिला चूका है. फिल्म के ट्रेलर को जनता और क्रिटिक्स की खूब सराहना मिली साथ ही बॉलीवुड के किंग खान यानि शाहरुख़ खान ने फिल्म को सुपरहिट करार दे दिया है.

फ़िल्मी दुनिया के इतिहास में पहली बार है जब हॉलीवुड से लेकर बॉलीवुड के कई बड़े कलाकार जैसे हॉलीवुड एक्शन स्टार स्टीवेन सीगल (Steven Seagal), शाहरुख खान (Shahrukh Khan), संजय दत्त (Sajay Dutt), सुनील शेट्टी (Sunil Shetty), प्रीति जिंटा (Preity Zinta) और दुनियाभर के सुपरस्टार ने कहा कि फिल्म डायरेक्टर विकाश वर्मा के इस ऐतिहासिक कदम पर हम उनके साथ खड़े हैं. साथ ही फिल्मो के बड़े क्रिटिक तरण आदर्श (Taran Adarsh), कोमल नाहटा (Komal nahata), नेशनल अवार्ड विनर क्रिटिक और आउट लुक के संपादक गिरधर झा (Giridhar jha) और मशहूर फिल्म क्रिटिक मुर्तज़ा अली खान (Murtaza Ali khan), के साथ ही कनाडा में भारत के हाई कमिश्नर अजय बिसरिया (Ajay Bisaria) ने ट्वीट कर के विकाश वर्मा के इस कदम को ऐतिहासिक बताया है. पूर्व पर्यटन मंत्री सुबोधकांत सहाय जी ने ट्वीट कर इस फिल्म को मास्टर पीस बताया है.

इस फिल्म का उद्देश्य भारत और पोलैंड के बीच के रिश्ते को और मजबूत करना है. जैसे कि राज कपूर ने 1970 में रूस में फिल्म मेरा नाम जोकर के जरिये भारत और सोवियत रूस की संस्कृति का आदान – प्रदान करके दो देशों के बीच मजबूत रिश्ता स्थापित किया था. उसी तरह विकास वर्मा भी भारत और पोलेंड की संस्कृति के आदान–प्रदान को इस फिल्म के माध्यम बड़ी खूबसूरत अंदाज में दिखाया है और दोनों देशों के रिश्तों को मज़बूती से एक नया आयाम दिया हैं. इतिहास गवाह है कि वर्ल्ड वॉर II के समय भारत ने पोलैंड का साथ दिया और वहां के हजारों बच्चों को भारत में गुजरात के राजा जामसाहब जी ने अपनाया, जिस पर विकाश वर्मा दूसरी फिल्म बना रहे हैं जिसका नाम है ‘द गुड महाराजा’जो की द्वितीय विश्व युद्ध के सच्ची घटनाओं पर आधारित होगी जिसमे महाराजा की भूमिका संजय दत्त रहेंगे.

पोलैंड का एक स्टेट बिस्को बियाला जहा पर फिल्म की शूटिंग हुयी है वो पूरे भारत प्रसिद्ध हो गया है. पोलैंड के बिस्को बियाला के प्रेजिडेंट ने एक समारोह में इस फिल्म और फिल्म के एक्टर ध्रुव वर्मा की बहुत ही तारीफ की, वही श्रीमती माल्गोरज़ाटा पेऊँपेकजो पोलैंड के सांसद होने के साथ ही इंडो पोलिश पार्लीमेंट्री कमिटी की चेयरपर्सन भी है. उन्होने अपने एक भाषण में विकाश वर्मा के इस कदम को ऐतिहासिक कदम बताया साथ ही उन्होंने आधिकारिक पत्र के माध्यम खुद विकाश वर्मा को सम्मानित किया। पोलैंड के उप प्रधानमंत्री पीटर ग्लिस्की ने फिल्म निर्माता को पोलैंड आमंत्रित किया था और पूरा सहयोग देने के लिए आश्वासन भी दिया .

दरअसल फिल्म ” नो मीन्स नो ” की कहानी में भारत और पोलैंड के बीच रिश्तो की सुंदरता को दिखाया गया है. जहां ध्रुव वर्मा जो इस फिल्म के माध्यम से बॉलीवुड में डेब्यू कर रहे हैं, वह भारत से पोलैंड स्काई चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए जाते हैं. ध्रुव को वहां एक पोलिश लड़की से प्यार हो जाता है और कहानी में एक नया मोड़ आता है.

 

इस फिल्म की अधिकतर शूटिंग पोलैंड के खूबसूरत इलाकों में की गई है. बेहतरीन सिनेमैटोग्राफी के माध्यम से पोलैंड की खूबसूरती को फिल्माया गया है और उसे दुनिया के सामने रखने का प्रयास किया गया है. इसके अलावा फिल्म के माध्यम से पोलैंड और भारत के बीच दोस्ती भरे रिश्ते को भी दिखाया गया है. इस फिल्म में न सिर्फ बॉलीवुड के कलाकार हैं बल्कि पोलैंड के दिग्गज कलाकारों ने भी फिल्म में अभिनय किया है.

भारतीय कलाकारों में ध्रुव वर्मा, गुलशन ग्रोवर (Gulshan Grover), शरद कपूर (Sharad Kapoor), दीपराज राणा (Deep Raj Rana), मिलिंद जोशी (Milind Joshi), नाजिया हुसैन (Nazia Hussain) और कैट क्रिस्टियन (Kat Kristian) का नाम शामिल है. जबकि ऐना एडोर (Anna Ador), जर्सी हैंजलिक (Jersey Handzlik), ऐना गुजिक (Anna Guzik), नतालिया बेक (Natalia Bak), स्लीविया चेक (Slywia Czech) और पॉवेल चेक (Pawel Czech) जैसे पोलैंड के कलाकारों ने भी काम किया है.

आपको बता दे कि लंदन के “लंदन पोस्ट ने इस फिल्म की तुलना जेम्स बॉन्ड की मूवी से की है. फिल्म के निर्देशक विकाश वर्मा का कहना है कि लंबे समय के बाद दो देशों के बीच रिश्तो को बढ़ाने के लिए कोई फिल्म बनाई गई है. और वह उम्मीद करते हैं कि इस फिल्म से भारत और पोलैंड के बीच रिश्ते को और मजबूती मिलेगी. भले ही यह फिल्म कोरोना की दहशत के चलते पोस्टपोन की गई है लेकिन उम्मीद है कि वैक्सीनेशन कंप्लीट होने के बाद यह फिल्म सिनेमाघरों तक पहुंचेगी और दर्शकों का दिल जीतने में भी कामयाब होगी.

साथ ही आपको बता दे कि कोरोना महामारी के वजह से बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड की कई फिल्मो ने अपनी रिलीज़ डेट को आगे बढ़ा दिया है जैसे कि जेम्स बांड सीरीज की फिल्म ‘नो टाइम टू डाई’ सितम्बर में रिलीज होगी, ‘फास्ट एंड फ्यूरियस’ सीरीज की फिल्म ‘F9’ जून में आने की उम्मीद है. ‘नो मीन्स नो'(No means no) यह फिल्म भारतीय डायरेक्टर विकाश वर्मा द्वारा निर्मित अपने तरह की पहली इंडो पोलिश फिल्‍म है.जो तीन भाषा मे (हिंदी, इग्लिश और पोलिश ) में आएंगी।

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