किसी को भी और खास कर एक बच्ची को सिर्फ आधार कार्ड ना होने कि वजह से इलाज ना मिल पाना डॉक्टर्स और सरकार की संवेदनहीनता को ही दर्शाता हैं. नोएडा की नौ वर्षीय लड़की, जिसके पास आधार नहीं था, इसी वजह से दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल ने उसका इलाज करने से इनकार कर दिया गया. फिर उस लड़की को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के हस्तक्षेप के बाद सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस मामले पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने प्रकाश डाला था. उन्होंने हाल ही में इस घटना को लेकर ट्वीट करके दिल्ली सरकार पर हमला भी किया था.

तिवारी ने मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को ट्वीट में टैग कर कहा, “केजरीवाल जी आप देश की राष्ट्रीय राजधानी क्यों विभाजित कर रहे हैं. जेपी नड्डा जी अगर इस लड़की का इलाज हो जाता है तो इस नवरात्रि में इससे बेहतर कोई काम नहीं होगा”.

कुछ घंटों बाद, नड्डा ने ट्वीट किया कि लड़की को सफदरजंग अस्पताल भर्ती कराया गया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, “बिटिया को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया है. संबंधित विभाग के डॉक्टर उसका इलाज करेंगे. मैं बिटिया के लंबे जीवन के लिए देवी जगदम्बा से प्रार्थना करता हूं”.

सफदरजंग अस्पताल के मेडिकल अधीक्षक डॉ. राजेंद्र शर्मा ने कहा कि लड़की आवेग से पीड़ित है और उसे उपचार के लिए केंद्र सरकार द्वारा संचालित अस्पताल में भेजा गया है. उन्होंने कहा, “लड़की का इलाज एक बाल रोग विशेषज्ञ द्वारा किया जा रहा है”.

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली सरकार के लोकनायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल में दिल्ली से आधार कार्ड नहीं होने के कारण नोएडा के नौ वर्षीय प्रिया का इलाज से इनकार कर दिया गया था. सफदरजंग अस्पताल के एक बयान में कहा गया है कि लड़की को 10 अक्टूबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और वो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की बाल न्यूरोलॉजिस्ट चिकित्सक डॉ. रचना के देख-रेख में है और उसका इलाज चल रहा है.

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