नीतीश कुमार अब चुनावी मोड में दिखने लगे हैं. उन्होंने अपने लोकसंवाद कार्यक्रम में दो बड़ी बातें कही. उन्होंने कहा कि महागठबंधन का कोई भविष्य नहीं है. वहां तो हाल यह है कि सड़क से पकड़ पकड़ कर चुनाव लड़ने के लिए शामिल किया जा रहा है. नीतीश कुमार का मानना है कि इस तरह की राजनीतिक घटनाएं बतलाती हैं कि विरोधियों में आत्मविश्वास की भारी कमी है. उन्होंने कहा कि माछ भात का भोज करने और सड़क से लोगों को पकड़कर महागठबंधन बनाने से कुछ होना नहीं है. बिहार और देश के स्तर पर एनडीए को चुनाव में बड़ी कामयाबी मिलने जा रही है.
नीतीश कुमार ने दूसरी अह्म बात यह कही कि अब बिहार का वोटर बदल गया है. जात पात पुरानी बात हो गई है. वोटर के सामने अब विकास का पैमाना है. जो विकास करेगा जनता उसे जीत दिलवाऐगी. इसलिए यह मानकर चलिए कि हमलोग बिहार में काफी अच्छा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस बार बिहार भ्रष्टाचारियों] अपराधियों और बाहुबली नेताओं को सबक िसखाने के लिए तैयार है. ऐसे लोगों की दाल बिहार में अब गलने वाली नहीं है. नीतीश कुमार ने साफ किया कि सूबे में एनडीए पूरी तरह एकजुट है और रिकार्डतोड़ जीत के इरादे से चुनावी समर में कूदेगा.