मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अपराध, भष्ट्राचार और संाप्रदायिकता से वह कोई समझौता नहीं करेंगे। हमें जब भी मौका मिला है, कानून का राज स्थापित करने की दिशा में काम किया है। नीतीश ने कहा कि मेरी प्रतिबद्धता काम के प्रति है। काम का जो एजेंडा है, उसे देखिए। लेकिन बहुत लोगों को गठबंधन पर बहुत तरह का झंझट हो जाता है।
मुझे जीतना अवसर मिला है, लोगों की सेवा की है। जो निश्चय किया उसे पूरा किया। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग नीति आयोग की बैठक में की और आगे भी करते रहेंगे। मुख्यमंत्री एएन काॅलेज परिसर में काॅलेज के स्थापना दिवस अनुग्रह नारायण जंयती पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। नीतीश ने कहा कि बेहतर शिक्षा को लेकर हम संकल्पित हैं। इसके साथ सामाजिक सुरक्षा व आधारभूत संरचना और शिक्षा के विकास में काम किया है, और आगे भी करते रहेंगे।
स्कूल एजुकेशन से लेकर उच्च शिक्षा तक हमने बड़े सुधार की योजनाएं बनाई। समाज को शिक्षित करने के साथ सामाजिक कुरीतियों से लड़ने में भी हमारी सरकार जनता के साथ खड़ी है। नीतीश ने कहा कि सात निश्चय पर जितनी भी योजनाएं है, राज्य अपने संसाधन पर कर रहा है। उन्होंने कहा कि 12 वीं के बाद पढ़ने के लिए राज्य सरकार स्टूडेंट क्रेडिट योजना लाई है। इस योजना में चार लाख तक छात्र को कर्ज मिलेंगे। ताकि पैसे की कमी के कारण विद्यार्थी पढ़ने से वंचित नहीं रहे। अगर पैसा लौटाने की स्थिति में नहीं होंगे, तो हम माफ भी करवा देंगे। लेकिन माता-पिता पर बोझ बने बगैर पढ़िए।